मुबईः फिल्म जगत में कुछ कलाकार ऐसे हैं, जिनको पर्दे पर देखने के लिए दर्शक हमेशा बेताब रहते हैं। वो चाहे जिस भी किरदार में नज़र आएं, लोग उनको सिर आंखों पर बिठा लेते हैं और उनके काम की जमकर सराहना करते हैं। ऐसे ही उन चुनिंदा कलाकारों में शामिल हैं पिछले तीन दशकों से अपने अभिनय की छाप छोड़ रहे बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार परेश रावल। परेश रावल उन मंझे हुए कलाकारों में शामिल हैं, जिन्होंने कैरेक्टर आर्टिस्ट से लेकर विलेन और कॉमेडियन तक के कई अहम किरदार निभाए हैं। इतना ही नहीं परेश रावल एक दिग्गज थिएटर एक्टर और डायरेक्टर भी हैं। उन्होंने कई बड़े नाटकों में भी काम किया है। विलेन, कॉमेडी या गंभीर कोई भी किरदार हो परेश रावल हर रोल में एकदम फिट बैठते हैं। फिल्मों से हटकर परेश रावल भारतीय राजनीति में भी सक्रिय हैं। वो 2014-2019 तक अहमदाबाद ईस्ट से मेंबर ऑफ पार्लियामेंट (सांसद) भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं वो एनएसडी के चीफ भी हैं। पिछले 35 सालों से दर्शकों को अपने अभिनय से दीवाना बनाने वाले परेश आने वाले दिनों में भी कई बड़ी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ेंगे। 30 मई 2021 को परेश रावल अपने जीवन के 66 वर्ष पूरे कर रहे हैं। डालते हैं एक नज़र उनके अब तक के सफर पर।
थिएटर की दुनिया में बनाई अलग पहचान
30 मई 1955 को मुंबई में जन्मे परेश रावल ने मुंबई के नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। वो एक सिविल इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन उनके अंदर शुरू से ही एकिं्टग का कीड़ा था। जिसके चलते परेश ने कई गुजराती नाटकों में अभिनय किया। शुरुआती समय में जब लोगों ने नाटक और थिएटर में उनके काम को देखा, तो उनके काम की जमकर सराहना हुई। जिसके बाद कई लोगों ने उन्हें सलाह दी कि वह अपना करियर फिल्मों में ही बनाएं। उसके बाद परेश ने भी फिल्मों की तरफ ध्यान देना शुरू किया। परेश रावल ने बॉलीवुड में अपने सफर की शुरूआत 1985 में आई फिल्म ‘होली’ से की, लेकिन उन्हें पहचान मिली 1986 में आई महेश भट्ट निर्देशित फिल्म ‘नाम’ से। इस फिल्म में संजय दत्त और कुमार गौरव जैसे अभिनेताओं के बीच परेश ने अभिनय से सभी को प्रभावित किया और अपनी एक अलग छाप छोड़ी। इसके बाद उन्होंने 80 से 90 के दशक में 100 से ज्यादा फिल्मों में विलेन की दमदार भूमिकाएं निभाईं। जिनमें कब्जा, किंग अंकल, राम लखन, दौड़, बाज़ी समेत कई फिल्में शामिल हैं। इस बीच परेश रावल फिल्मों के साथ थिएटर की दुनिया में भी काफी सक्रिय रहे और उन्होंने कई हिंदी और गुजराती नाटकों में काम किया। फिल्मों की तरह थिएटर में भी उनके काम को पसंद किया गया और उनकी सराहना की गई। उनके प्रमुख नाटकों में ‘झूठ बोले कौआ काटे’, ‘टोखार’ और ‘खेलया’ शामिल हैं। इन नाटकों को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी पसंद किया गया। वो नाटकों में अभिनय के साथ-साथ उनका निर्देशन भी करते थे। परेश रावल को थिएटर की दुनिया का दिग्गज माना जाता है। वो आज भी थिएटर के लिए काम कर रहे हैं। उनका अभी अंतिम हिट नाटक ‘डियर फादर’ था।
बाबू भइया का यादगार किरदार
अपने करियर के शुरूआती दिनों में खलनायक और सहायक अभिनेता के किरदार निभाने वाले परेश रावल ने बाद में अपने करियर में कॉमेडी के भी अमर किरदार निभाए। इतना ही नहीं परेश रावल ने कई फिल्मों में प्रमुख किरदार निभाया और अपने सशक्त अभिनय से सभी को प्रभावित किया। साल 1994 में परेश रावल को उनका पहला फिल्मफेयर अवाॅर्ड मिला। ये अवॉर्ड उन्हें फिल्म ‘सर’ में निगेटिव किरदार निभाने के लिए मिला। इतना ही नहीं इसी साल उन्होंने फिल्म ‘सर’ और ‘वो छोकरी’ के लिए सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवाॅर्ड भी अपने नाम किया। अलग-अलग किरदारों से अपनी छाप छोड़ने वाले परेश ने फिल्म ‘अंदाज अपना-अपना’ से कॉमेडी में भी हाथ आजमाया और यहां भी उन्हें सफलता ही मिली। दर्शकों को उनका ये अवतार भी काफी पसंद आया और देखते-देखते एक विलेन के रूप में जाने जाने वाले परेश रावल को बॉलीवुड के नए कॉमेडियन के तौर पर देखा जाने लगा।
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साल 2000 में आई प्रियदर्शन की सुपरहिट फिल्म ‘हेराफेरी’ ने परेश रावल की सफलता में एक नया अध्याय जोड़ दिया। फिल्म में उनके द्वारा निभाया गया ‘बाबू भइया’ का किरदार आज भी लोगों के दिलों पर छाया है। फटी बनियान में गोल चश्मा लगाए थोड़ा झुका हुआ बाबू भइया आज भी लोगों का पसंदीदा किरदार बना हुआ है। यह फिल्म जगत की आईकॉनिक फिल्मों में गिनी जाती है और बाबू भइया का किरदार भी। इस यादगार किरदार के लिए परेश रावल को फिल्मफेयर का बेस्ट कॉमेडियन का अवाॅर्ड भी दिया गया। इस फिल्म के बाद से परेश रावल को बॉलीवुड का नया कॉमेडी किंग कहा जाने लगा। इसके बाद परेश रावल ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में कॉमेडी रोल अदा किए। जिनमें ‘आवारा पागल दीवाना’, ‘हंगामा’, ‘हलचल’, ‘भागम भाग’, ‘चुप चुपके’, ‘मालामाल वीकली’, ‘भूल भुलैया’, ‘वेलकम’, ‘ओह मॉय गॉड’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं, जिनमें परेश ने अपनी कॉमेडी का तड़का लगाकर लोगों को हंसाया है। बॉलीवुड में पिछले 37 साल से परेश रावल आए दिन एक नए किरदार के साथ दर्शकों को प्रभावित कर रहे हैं। थिएटर से लेकर फिल्मों तक परेश रावल ने वो मुकाम हासिल किया है जिससे आने वाली पीढ़ी के लिए वो एक चलता फिरता एकिं्टग का इंस्टीट्यूट हैं, जिनसे काफी कुछ सीखा जा सकता है। कला के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें साल 2014 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।