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Haldwani violence : पांचो मृतकों की हुई पहचान, कर्फ्यू जारी

Haldwani violence
Haldwani violence, देहरादून: नैनीताल जिले के हलद्वानी में गुरुवार को हुई बनभूलपुरा हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 14 लोग घायल हैं। जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनमें से तीन की हालत बेहद गंभीर है। हिंसा में मारे गए सभी लोगों की पहचान कर ली गई है। राज्य सरकार ने बनभूलपुरा में हिंसा करने वाले किसी भी व्यक्ति को न बख्शने के सख्त निर्देश दिए हैं। शहर के दंगा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जारी है और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं।

पांच लोगों की मौत, घायलों का इलाज जारी

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि बनभूलपुरा हिंसा में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा में घायल तीन लोगों की हालत बेहद गंभीर है। हिंसा में मारे गए लोगों की पहचान फईम कुरेशी, जाहिद, मौ. अनस, शब्बन और प्रकाश कुमार के रूप में हुई है। नैनीताल जिला प्रशासन के मुताबिक, सात घायलों का बेस अस्पताल, तीन का कृष्णा अस्पताल, तीन का सुशीला तिवारी अस्पताल और एक का बृजलाल अस्पताल में इलाज चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने की स्थिति पर चर्चा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी स्थित अपने सरकारी आवास पर शीर्ष अधिकारियों के साथ स्थिति पर चर्चा की। इस बीच पूरे वनभूलपुरा क्षेत्र की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस मुख्य साजिशकर्ता की तलाश कर रही है। इस मामले में अब तक तीन एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरे शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। मुख्यमंत्री धामी ने अपने आवास पर हुई बैठक में निर्देश दिए हैं कि अवैध निर्माण हटाने के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों पर हमला करने और अशांति फैलाने वाले उपद्रवी तत्वों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने एडीजी (कानून-व्यवस्था) एपी अंशुमान को प्रभावित इलाके में कैंप कर शांति एवं कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि आगजनी और पथराव में शामिल एक-एक उपद्रवी की पहचान कर कार्रवाई की जाये। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव/एडीजी अमित सिन्हा, सचिव आर, मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडे, अपर सचिव जेसी कांडपाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

सुनियोजित था हमलाः डीएम

जिलाधिकारी वंदना सिंह ने आज सुबह पत्रकारों को बताया कि अकारण कार्रवाई के चलते थाने में अधिकारियों को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। फिलहाल हलद्वानी में स्थिति नियंत्रण में है। डीएम वंदना ने बताया कि शहर में 1100 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। अगले आदेश तक अशांत क्षेत्र में कर्फ्यू जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह हमला एक तरह से कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए किया गया है। ढाई घंटे के अंदर स्थिति पर काबू पा लिया गया। इस मामले में चार बदमाश पुलिस की हिरासत में हैं। डीएम ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान कई दुकानें भी हटायी गयीं। प्रशासन की कार्रवाई से किसी का घर नहीं टूटा और न ही कोई बेघर हुआ। डीएम ने स्पष्ट किया कि वहां कोई धार्मिक स्थल नहीं था। नजूल भूमि पर अतिक्रमण था। भीड़ प्रशासनिक मशीनरी पर हमला करने पर आमादा थी और उन पर यह हमला सुनियोजित था। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के दौरान आधे घंटे के अंदर नगर निगम की टीम पर पथराव किया गया। जब उन्हें शांत कराया गया तो दूसरी भीड़ ने उन पर पेट्रोल बम से हमला कर दिया। इसके बाद भीड़ ने थाने को निशाना बनाया और गाड़ियां जला दीं। उन्होंने कहा कि हमलावरों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया। आत्मरक्षा में गोली चलाने के आदेश दिये गये। जब यहां से भीड़ हटाई गई तो दंगाई गांधीनगर पहुंच गए। वहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं। स्थिति को संभालने के लिए पीएसी और अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। यह भी पढ़ेंः-पीएम मोदी को कागजी ओबीसी कहने पर राहुल गांधी पर फूटा बीजेपी का गुस्सा, फूंका पुतला पत्रकारों से बात करते हुए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने कहा कि 15-20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। उनसे नुकसान की भरपाई की जाएगी। अगले तीन घंटे में कार्रवाई शुरू हो जायेगी। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)