धर्मशालाः भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को धर्मशाला में आयोजित चुनावी रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और इंडी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। शाह ने कहा कि 4 जून को चुनाव नतीजे आने के बाद राहुल बाबा छुट्टी पर बैंकॉक और थाईलैंड चले जाएंगे।
मल्लिकार्जुन खड़गे को देना होगा इस्तीफा
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी 400 से ज्यादा सीटें जीतकर तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगी। नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। कांग्रेस इस बार 40 सीटें भी पार नहीं कर पाएगी। शाह ने कहा कि 4 जून के बाद यह तय है कि राहुल और उनके गठबंधन के नेता अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ेंगे। 4 जून के बाद कांग्रेस की हार का सारा दोष पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर मढ़ा जाएगा और उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना होगा। राहुल और प्रियंका गांधी इस पूरी हार की जिम्मेदारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर डालने जा रहे हैं।
शाह ने कहा कि विकास कांग्रेस का काम नहीं है जबकि ये बीजेपी की आदत है। 2014 से पहले 10 साल तक केंद्र की सत्ता में रही कांग्रेस ने 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले और भ्रष्टाचार किये। इतना ही नहीं, उनके इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री भी अपने राज्यों में हर तरह के भ्रष्टाचार में शामिल थे। दूसरी ओर, विपक्ष नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सका है।
देश को किया गुमराह
शाह ने कहा कि मोदी ही हैं जो करोड़ों गरीबों का कल्याण करते हैं। कांग्रेस ने कोविड जैसी महामारी के दौरान भी राजनीति की, लेकिन मोदी सरकार ने देश के 130 करोड़ लोगों को कोविड का टीका लगाकर उनका जीवन सुरक्षित किया। उस वक्त भी राहुल गांधी कहते थे कि ये मोदी की वैक्सीन है इसे मत लीजिए, जबकि बाद में जब पूरे देश में वैक्सीन लगाई गई तो राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका के साथ रात के अंधेरे में वैक्सीन लगवाने पहुंच गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस दौरान ओछी राजनीति की और देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी सरकार के अच्छे कामों की सराहना करने की बजाय हमेशा उनमें रुकावटें पैदा करने की कोशिश की। चाहे धारा 370 को हटाना हो या आतंकवाद और नक्सलवाद को ख़त्म करना हो। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय देश में आतंकवाद और नक्सलवाद चरम पर था, जिसे मोदी सरकार ने पूरी तरह खत्म कर दिया है। कांग्रेस के समय में बम विस्फोट होते थे लेकिन आतंकवादियों को पकड़ने के लिए कोई प्रभावी रणनीति नहीं थी। वहीं मोदी सरकार आने के ठीक 10 दिन बाद पुलवामा हमले के बाद हमारी भारतीय सेना ने पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों को निशाना बनाया।
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शाह ने कहा कि पहले कश्मीर में गोलीबारी होती थी लेकिन अब लोग बेझिझक अपने परिवार के साथ वहां घूमने जा रहे हैं। जो स्थिति पहले कश्मीर में थी वही स्थिति अब पीओके में है। पीओके के लोग पाकिस्तान छोड़कर भारत में शामिल होना चाहते हैं, इसके लिए वहां पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी और पथराव हो रहा है।
शाह ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कोई नेता नहीं है। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या शरद पवार, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, लालू यादव या राहुल बाबा प्रधानमंत्री बन सकते हैं, क्या उनमें वह क्षमता है।
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