गुवाहाटीः असम पुलिस को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब सिक्किम समकक्षों की मदद से हिमालयी राज्य से तस्करी कर लाई जा रही आठ लड़कियों समेत 13 और बच्चों को छुड़ाया गया। बता दें कि असम पुलिस ने बुधवार को सिक्किम पुलिस की मदद से दो हफ्ते पहले सिक्किम से 16 लड़कियों सहित 40 बच्चों को छुड़ाया था ।
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वहीं पुलिस बताया कि सभी 55 बच्चों और महिलाओं को लंबे समय पहले अलग-अलग मौकों पर सिक्किम लाया गया था और अवैध रूप से घरेलू और अन्य कामों में लगाया गया था।
इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि मानव तस्करी रैकेट के सरगना कृष्ण योगी को भी गिरफ्तार किया गया था। पीड़ितों को बेहतर वेतन वाले रोजगार के अवसरों का लालच दिया गया था। ऐसी खबरें हैं कि असम से कई अन्य बच्चों और महिलाओं को भी सिक्किम में तस्करी कर लाया गया था। शेष को बचाने के प्रयास जारी हैं।
सभी 55 बच्चे असम के
पुलिस के अनुसार, सभी 55 बच्चे और महिलाएं भारत-भूटान सीमा पर असम के बोडोलैंड क्षेत्रीय क्षेत्र के आर्थिक रूप से पिछड़े चिरांग जिले से हैं। पुलिस ने कहा कि मानव तस्करों ने असम के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को निशाना बनाया है, जो कोविड महामारी से प्रेरित स्थिति और आर्थिक संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बचाए गए बच्चों को मामला-दर-मामला आधार पर, पहले बाल कल्याण समिति को सौंप दिया जाएगा, जो तय करेगी कि उन्हें संस्थागत हिरासत, आश्रय गृहों में भेजा जाना चाहिए या उन्हें उनके माता-पिता को वापस सौंप दिया जाना चाहिए।
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