लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया। बजट सत्र के पहले दिन ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण हंगामे की भेंट चढ़ गया। समाजवादी पार्टी के साथ बहुजन समाज पार्टी तथा कांग्रेस के नेताओं ने राज्यपाल के सामने प्रदर्शन किया और फिर सदन से वॉक आउट कर दिया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, महंगाई और पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर जबरदस्त हंगामा किया और नारेबाजी की। राज्यपाल अभिभाषण पढ़ती रहीं और सपा नेता हंगामा करते रहे। इन सबके बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण जारी रखा।
हंगामे के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण के दौरान कहा कि कोरोना काल में सरकार ने अच्छा काम किया है। इसको लेकर देश भर में प्रदेश सरकार की प्रशंसा की गई है। यहां हर जिले में आईसीयू की स्थापना हुई। प्रदेश मे एक्सप्रेस-वे तेजी से बनाए जा रहे हैं। नोएडा के जेवर में एशिया से सबसे बड़े एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है। प्रदेश में तय समय पर गेहूं व धान की सरकारी खरीद हुई है। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर पुलिस में भर्तियां हुई। शिक्षकों की भर्ती भी रिकॉर्ड संख्या में हुई है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार सृजन का भी जिक्र किया। वहीं एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत लोगों को रोजगार प्रदाने करने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान के कोटा जनपद में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 12,000 से अधिक छात्र-छात्राओं और इसी तरह प्रयागराज से लगभग 14,000 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित तरीके से उनके गृह जनपद में पहुंचाने का कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान भी कानून व्यवस्था सुदृढ़ रही। सफाई व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं से जुड़े कार्य संपन्न किए गए। राज्यपाल ने इस दौरान कोरोना योद्धाओं के योगदान की सराहना की और अपने प्राणों की आहुति देने वाले कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी। राजपाल ने कहा कि प्रदेश में हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहा है। इसी कड़ी में नागर विमानन प्रोत्साहन नीति-2017 प्रस्तावित की गई। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में हवाई अड्डे का विकास कराया जा रहा है, जिसकी भविष्य में औद्योगिक निवेश के अंतर्गत अहम भूमिका रहेगी। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा उड़ान के लिए लगभग तैयार हो चुका है।
विपक्ष की नारेबाजी के बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपना अभिभाषण पूरा किया और विधान भवन से प्रस्थान कर गईं। अभिभाषण के बाद वापसी के समय उनको बाहर तक छोडने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित भी आए।
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वहीं नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि विधानमंडल के बजट सत्र में समाजवादी पार्टी किसान आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगी। दिल्ली से सटी प्रदेश की सीमा (गाजीपुर बॉर्डर) पर किसानों के आंदोलन को 80 दिन से ज्यादा हो गए हैं। बॉर्डर पर कटीले तारों, कीलों व बड़े-बड़े पत्थरों से ऐसी बैरिकेडिंग की गई है मानों दुश्मन से लोहा लेने की तैयारी हो। सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों को ताक पर रख दिया है। किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। किसानों को तबाह करने वाले कानून जबरन थोपे जा रहे हैं। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा 'मोना' के साथ विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह ने भी विधान भवन प्रांगण में महंगाई, कृषि कानून तथा उत्तर प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बढ़ती महंगाई, बढ़ते अपराध, कृषि कानून, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम व अन्य कई मुद्दों पर विरोध दर्ज कराया।