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Ghosi Byelection 2023: छह साल में चौथी बार हो रहा मतदान, इंडिया गठबंधन की होगी अग्निपरीक्षा

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ghosi-byelection मऊः उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा का उपचुनाव काफी चर्चा में है। दरअसल, इस सीट पर पिछले छह साल में चौथी बार आज मतदान हो रहा है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव से पहले यह उपचुनाव उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति के लिए भी अहम माना जा रहा है। साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में घोसी सीट से बीजेपी प्रत्याशी फागू चौहान ने जीत हासिल की थी। उन्होंने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को चुनाव में हराया। जब फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया तो उनके इस्तीफे के बाद साल 2019 में उपचुनाव हुए। इस उपचुनाव में बीजेपी के विजय राजभर ने सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को हरा दिया। इसके बाद जब साल 2022 में विधानसभा चुनाव हुए तो योगी सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने बीजेपी से इस्तीफा देकर यहां से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और बीजेपी प्रत्याशी विजय राजभर को हराकर जीत हासिल की। लेकिन, एक साल बाद ही दारा सिंह चौहान ने विधानसभा और सपा से इस्तीफा दे दिया और फिर से बीजेपी में शामिल हो गये। इस तरह इस सीट पर पिछले छह साल में चौथी बार आज मतदान हो रहा है। 2022 के चुनाव में जब दारा सिंह चौहान ने यहां सपा के टिकट पर चुनाव जीता था, तब ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी सपा के साथ गठबंधन में थी। लेकिन, आज के उपचुनाव में परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं। फिलहाल ओमप्रकाश राजभर बीजेपी गठबंधन के साथ हैं। ये भी पढ़ें..डेंगू की रोकथाम को लेकर सीएम सख्त, बोले- नियमित करें दवा... ऐसे में इस उपचुनाव को दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर की राजनीति के लिए लिटमस टेस्ट के तौर पर देखा जा रहा है। इसके अलावा आज की वोटिंग लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए गठबंधन (इंडिया) के लिए भी अग्निपरीक्षा साबित होगी। वैसे तो इस उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी के दारा सिंह चौहान और समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह के बीच है। कांग्रेस ने सपा को अपना समर्थन दे दिया है, लेकिन बसपा ने न तो अपना उम्मीदवार खड़ा किया है और न ही किसी को समर्थन दिया है। ऐसे में उसके मतदाता किधर रुख करेंगे यह भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल आज करीब 4.30 लाख मतदाता अपना फैसला ईवीएम में बंद कर देंगे। नतीजे 8 सितंबर को आएंगे, तब तक चर्चा का बाजार गर्म रहेगा। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)