वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक दुनिया की सबसे लंबी नदी यात्रा पर एमवी गंगा विलास लग्जरी क्रूज (Ganga Vilas Cruise) को हरी झंडी दिखाएंगे। वह इस अवसर पर बिहार, पश्चिम बंगाल और असम में अंतर्देशीय जलमार्ग की कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी करेंगे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाएंगे और शुक्रवार को गंगा तट पर टेंट सिटी का भी उद्घाटन करेंगे।
सीएम योगी समेत तमाम नेता रहेंगे मौजूद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वाराणसी दुनिया की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काशी ने अपनी प्राचीन आत्मा को बरकरार रखते हुए खुद को वैश्विक पटल पर स्थापित किया है। रविदास घाट पर एक समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सबार्नंद सोनोवाल सहित अन्य मंत्री और गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने गुरुवार की शाम काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में एक संगीत समारोह, 'सुर सरिता - गंगा की सिम्फनी' का आयोजन किया, जहां प्रसिद्ध संगीतकार और गायक शंकर महादेवन ने अपने गायन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम), कोलकाता द्वारा आयोजित गंगा पर एक मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी, 'अर्थ गंगा' को भी कंसर्ट से पहले वाराणसी से झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
पीएम मोदी इनका भी करेंगे उद्घाटन
इस मौके पर क्रूज को हरी झंडी दिखाने और टेंट सिटी का उद्घाटन करने के अलावा, प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में हल्दिया मल्टी मॉड टर्मिनल, गाजीपुर के सैदपुर, चोचकपुर, जमानिया और बलिया जिले के कंसपुर में चार फ्लोटिंग कम्युनिटी जेटी का भी उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा, प्रधान मंत्री द्वारा बिहार में दीघा, नकटा दियारा, बाढ़, पटना के पानापुर और बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर में पांच सामुदायिक घाटों के लिए आधारशिला रखी जाएगी। वह गुवाहाटी में पूर्वोत्तर के लिए समुद्री कौशल विकास केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे।
51 दिनों में 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा क्रूज
एमवी गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। इस दौरान यह क्रूज भारत एवं बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदी प्रणालियों के रास्ते अपनी मंजिल तक पहुंचेगा। इस गंगा विवास क्रूज के माध्यम से 50 पर्यटन स्थल आपस में जुड़ेंगे। रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ में यात्रा करने के लिए विदेशी पर्यटक वाराणसी पहुंच चुके हैं और उनका पहला जत्था आज रवाना होगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)