G-20 Summit Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में 8 सितंबर से शुरू हो रही जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए विदेशी राष्ट्राध्यक्षों का आगमन शुरू हो गया है। इस समिट में शामिल होने के लिए नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने उनका स्वागत किया। इसके साथ ही वह इस G-20 Summit में शामिल होने वाले पहले विदेशी गणमान्य नेता हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आगमन शुरू! NGRPresident @officialABAT शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचने वाले प्रतिनिधिमंडल के पहले प्रमुख हैं। हवाई अड्डे पर MOS @MoHFW_INDIA @spसिंघbaghelpr ने उनका स्वागत किया। पदभार ग्रहण करने के बाद राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू की यह पहली भारत यात्रा है।
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एस.पी. सिंह बघेल ने किया स्वागत
स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने यहां आईजीआई हवाईअड्डे पर नाइजीरियाई राष्ट्रपति का स्वागत किया। नाइजीरिया G20 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित देश है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि टीनुबू की यात्रा के दौरान भारत और नाइजीरिया के बीच उच्च स्तरीय चर्चा होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए गुरुवार को नई दिल्ली रवाना होंगे। उनके साथ उनकी पत्नी जिल बिडेन नहीं आएंगी। फिलहाल उनकी कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि जो बाइडेन की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव है। इसके चलते वे सार्वजनिक कार्यक्रमों में मास्क पहनकर हिस्सा लेंगे। हम कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का भी पालन करेंगे।
सुरक्षा की जिम्मेदारी वायुसेना पर
राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हवाई क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारतीय वायुसेना की होगी। इसके लिए दिल्ली और उसके आसपास बड़ी संख्या में रक्षात्मक और आक्रामक हथियार तैनात किए गए हैं। वायुसेना ने जी-20 से पहले चीन-पाकिस्तान सीमा पर सैन्य अभ्यास शुरू किया है, जिसे ‘त्रिशूल’ नाम दिया गया है। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब भारत जी-20 बैठक की मेजबानी कर रहा है।
शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में शामिल होने के लिए दुनिया के तमाम नेता राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आएंगे, जिसे कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया है। वायु सेना ने हवाई सुरक्षा के लिए दिल्ली और उसके आसपास बड़ी संख्या में रक्षात्मक और आक्रामक हथियार तैनात किए हैं। जी-20 की सुरक्षा के लिए मिराज-2000 और राफेल जैसे लड़ाकू विमान कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग करेंगे। आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली और विमानभेदी तोपों जैसी वायु रक्षा प्रणालियाँ भी तैनात की गई हैं। 70 किमी रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) को दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में तैनात किया गया है।
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