
लखनऊ: यूपी में नशीला पदार्थों का कारोबार करने वाले तस्करों की अब खैर नहीं है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी को नशामुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। सीएम योगी के आदेश के बाद यूपी पुलिस अलर्ट मोड आ गई है। यूपी पुलिस ने सूबे के सभी जिलों में हुक्काबार एवं अवैध मादक पदार्थाे के तस्करों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। साथ ही अवैध शराब और मादक पदार्थों के कारोबार पर रोकथाम व प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो एडीजी क्राइम के अधीन कार्य करेगा। एंटी नारकोटिक्स टाॅस्क फोर्स के अधीन जोन और रेंज स्तर पर एंटी नारकोटिक्स पुलिस थानों की स्थापना की जाएगी। पहले चरण में बाराबंकी और गाजीपुर में एंटी नारकोटिक्स थाना बनेगा।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इस बाबत जानकारी दी कि योगी सरकार ने मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम के लिए एक एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया है। एएनटीएफ का पर्यवेक्षण अपर पुलिस महानिदेशक अपराध करेंगे और प्रथम चरण में बाराबंकी व गाजीपुर जिले में नारकोटिक्स थाना स्थापित किए जाएंगे। इतना ही नहीं एंटी नारकोटिक्स फोर्स में तैनाती पर पुलिसकर्मियों को विशेष भत्ते भी मिलेंगे।
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन
— pawan singh chauhan (@psclko) August 23, 2022
पहले चरण में बाराबंकी व गाजीपुर में बनेगा नारकोटिक्स थाना
यूपी में नशीला पदार्थों का कारोबार करने वाले तस्करों की अब खैर नहीं है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी को नशामुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। @ipkhabar pic.twitter.com/BOnTi7qLNK
केंद्रीय एजेंसियों से प्रतिनियुक्ति पर लिये जाएंगे अधिकारी -
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) में केंद्र की अन्य विशिष्ट इकाईयों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नॉरकोटिक्स (सीबीएन), डायरेक्ट्रेट और रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआइआई) से अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति के आधार पर लिया जाएगा। नारकोटिक्स टास्क फोर्स के सदस्यों के लिए प्रोत्साहन, पुरस्कार व अन्य विशेष भत्ते (रिस्क अलाउंस) आदि की व्यवस्था की जाएगी।
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कई विशेष अधिकारों से लैस किए जाएंगे एएनटीएफ के अधिकारी -
एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मादक मदार्थों के कारोबार में लिप्त अपराधियों, माफियाओं और गिरोहों के विरूद्ध कार्रवाई में तलाषी लेना, सीज करना, गिरफ्तारी तथा विवेचना करने की समस्त शक्तियां प्राप्त होंगी। तथा एएनटीएफ अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी थाने में अपराधियों के विरूद्ध एफआईआर पंजीकृत कराते हुए विवेचना स्वयं ग्रहण कर सकते हैं।
एएनटीएफ को तीन क्षेत्रों बांटा गया -
एएनटीएफ को यूपी में तीन क्षेत्रों, पूर्वी, पश्चिमी और केंद्रीय क्षेत्र में बांटा गया है। मुख्यालय स्तर पर एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक (एएनटीएफ) होंगे। इनकी सहायता के लिए पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ), आॅपरेशन एवं पुलिस अधीक्षक (एएनटीएफ) मुख्यालय नियुक्त रहेंगे। इसके साथ ही मुख्यालय स्तर पर अपर पुलिस अधीक्षक-आॅपरेशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक-मुख्यालय तथा पुलिस उपाधीक्षक-आॅपरेशन, पुलिस उपाधीक्षक-मुख्यालय नियुक्त होंगे। तीन क्षेत्रों पश्चिम, मध्य और पूर्व के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक होंगे। पश्चिमी क्षेत्र में मेरठ, बरेली, आगरा मध्य क्षेत्र के अन्तर्गत लखनऊ, कानपुर तथा पूर्व क्षेत्र के अन्तर्गत प्रयागराज, गोरखपुर व वाराणसी जोन आएंगे। इन जोनल प्रभारियों को आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
कठोरतम कार्रवाई होगी -
मादक पदार्थों के अवैध कारोबार को सिर्फ एक अपराधी के अपराध के तौर पर नहीं बल्कि राष्ट्रीय अपराध के रूप में देखा जाएगा। एएनटीएफ पकड़े गए आरोपियों पर कठोरतम कार्रवाई करेगी। उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी और सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर लगाए जाएंगे।
ये होगी जिम्मेदारी -
- एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का मुख्य दायित्व मादक पदार्थों के प्रवर्तन के आधार पर प्रभावी अंकुश लगाना। मादक पदार्थों की मांग को कम करने के लिए संबंधित एजेंसियों से समन्वय स्थापित करना।
- मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के लिये जन जागरूकता अभियान क्रियान्वित करना व अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित करना।
- सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशीली दवाओं के रोकथाम और जागरूकता कार्यक्रम राज्य स्तर पर क्रियान्वित करना। राज्य में हो रही वैध अफीम की खेती की प्रक्रियाओं पर नजर रखना।
- पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट
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