फतेहाबादः शिक्षा मंत्री व शिक्षा सदन की अनदेखी के चलते शिक्षा विभाग फील्ड मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर है। सरकार की हठधर्मिता व तानाशाही के विरोध में इन कर्मचारियों ने भूख हड़ताल जैसा कदम उठाया, लेकिन इनकी मांगों की ओर ध्यान देने की बजाय सरकार उलटा तुगलकी फरमान जारी कर इन कर्मचारियों को दबा रही है, जिससे कर्मचारी वर्ग बर्दाश्त नहीं करेगा। इसके खिलाफ शिक्षा विभाग फील्ड कर्मचारी 21 अगस्त को शिक्षा मंत्री के गृह जिला यमुनानगर में हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।
हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन संबंद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला अध्यक्ष पूर्णचन्द कंबोज, सचिव ओमप्रकाश, कोषाध्यक्ष मनजीत सिंह ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में डीईओ के माध्यम से शिक्षा मंत्री के नाम नोटिस भेजे गए। द्वितीय चरण में 31 जुलाई तक राज्यभर में जिला वाईज सांकेतिक भूख हड़ताल की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी विभागों के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के कैडर पर हमला बोलते हुए स्टाफिंग पॉलिसी बना दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार धीरे-धीरे पेपरलैस के नाम पर मानवविहीन दफ्तरों की स्थापना की ओर बढ़ रही है। वर्कलोड अनुसार नए पद सृजित करने की बजाए विभागों के आकार को सिकोड़ा जा रहा है। पिछले सात सालों में सीनियरटी लिस्ट को अपडेट नहीं किया गया। ऑनलाईन टीचर ट्रांसफर पॉलिसी को जबरन क्लर्कों पर थोंपकर परेशान किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री द्वारा दो साल से बात ना करने व मानी हुई मांगों का हल ना करने के विरोध में शिक्षा विभाग फील्ड कर्मचारी 21 अगस्त को शिक्षा मंत्री के गृह जिला यमुनानगर में हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे।
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