Farmers Protest 2024: किसान आंदोलन को लेकर कैथल के गांवों में उथल-पुथल के हालात हैं। किसान नेता गांव-गांव जाकर किसानों को इस आंदोलन में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। वहीं खनोरी बॉर्डर पर किसान जमा हो रहे हैं। हालांकि पंजाब के साथ लगते गुहलाचीकाके टटियाना, संगतपुरा बॉर्डर पर तीसरे दिन भी शांति रही। कैथल की एसपी उपासना और डीसी प्रशांत पवार ने गुरुवार को दलबल के साथ बॉर्डर के इलाकों का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। गुहला चीका में पुलिस व अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां तैनात हैं।
कैथल से गुहला चीका होकर पंजाब जाने वाले रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। कैथल से पंजाब जाने वाली बस सेवा बंद होने के कारण पंजाब जाने वाले लोग प्राइवेट वाहनों का सहारा ले रहे हैं। बैरिकेड्स लगाकर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि नाकों पर जबरदस्ती करने वालों की पहचान की जा सके। कैथल से लगते पंजाब के 15 रास्ते व बॉर्डर को सील कर सीमेंट के ब्लॉक, बैरिकेड्स व कंटेनर रखे गए हैं।
इधर भारतीय किसान यूनियन धन्ना भगत के बैनर तले किसान नेता गांव-गांव जाकर किसानों को इस आंदोलन में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। बुधवार देर शाम कुछ किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में बैठकर आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए किसानों से बात करने हेतु गांव गुहना पहुंचे। जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों के पहुंचने की सूचना पर गांव में पहुंची पुलिस का किसान नेताओं ने विरोध किया।
Himachal Weather: हिमाचल में फिर होगी बर्फबारी, 12 जिलों में येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी
वहीं गुरुवार को गांव पपराला के सरपंच प्रतिनिधि बबल सिंह की अगुवाई में गांव पपराला, सिहाली और गागड़पुर के किसान इकट्ठा हुए और घग्गर नदी के बंद किए गए रास्ते के खिलाफ विरोध जताया।
गांव के सतनाम सिंह, बलविंदर सिंह, रमेश कुमार व अजमेर सिंह का कहना था कि, पुलिस ने जो रास्ता बंद किया हुआ है उसके कारण वह अपने खेतों में फसल की देखरेख के लिए नहीं जा सकते, इसलिए उनका रास्ता चालू किया जाए। सूचना पाकर भागल चौकी के इंचार्ज मौके पर पहुंचे और किसानों से बात की। इसके बाद पुलिस ने किसानों के लिए मोटरसाइकिल और रेड़ी के लिए आने जाने का रास्ता खुलवा दिया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)