हमीरपुर: मौदहा बांध का पानी ओवरफ्लो होने से किसानों के खेतों में पानी भर जाने से खरीफ की फसलें सहित जायद की हरी सब्जियां पूरी तरह तबाह हो गई। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन ने किसानों की अभी तक कोई सुध नहीं ली।
मामला तहसील राठ क्षेत्र के कस्बा खेड़ा गांव का है जहां पर पिछले कुछ दिनों पहले अत्यधिक बारिश होने से मौदहा बांध का पानी ओवरफ्लो हो गया था।
जिसके चलते पानी किसानों के खेतों में घुसने से किसानों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। इतना ही नहीं पानी के बढ़ने से पानी गांव में भी प्रवेश कर चुका था। फलस्वरूप एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी किसानों के खेत आज भी तालाब बने हुए हैं। किसानों की फसलों का नामोनिशान मिट गया। जिसकी शिकायत गांव के किसानों ने अधिकारियों से की इसके बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा अन्नदाताओं को कोई आर्थिक मदद का आश्वासन नहीं दिया। गांव निवासी चंद्रभान, हरनारायण की 7 बीघा में पपीता, मूंग, उर्द, मूंगफली, मकाई जुंडी, नीम्बू, घुईया, भिंडी, बैंगन, खीरा, करेला, लौकी आदि सब कुछ नष्ट हो गया।
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किसानों ने अपना दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि फसलें पूरी तरह नष्ट होने से परिवार का पालन पोषण कैसे होगा। आज भी खेत पानी से लबालब भरे हुए हैं जिससे आने वाले रवि की फसल की बुवाई भी नहीं हो सकेगी। इसलिए शासन-प्रशासन सही तरीके से फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाए और यदि सरकार द्वारा मुआवजा नहीं दिया जाता तो परिवार सहित आत्महत्या की भी चेतावनी दी है।
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