इंफाल: हिंसा प्रभावित मणिपुर में रविवार को कम से कम चार जिलों से सुरक्षा बलों और सशस्त्र समूहों के बीच मुठभेड़ की कई घटनाओं की सूचना मिली, जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इंफाल में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चुराचंदपुर, काकचिंग, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों से मुठभेड़ की सूचना मिली है।
इन मुठभेड़ों में कई मणिपुर पुलिस कमांडो और एक अज्ञात सशस्त्र समूह के सदस्य घायल हो गए। घायल पुलिस कमांडो को तुरंत अस्पतालों में ले जाया गया। सशस्त्र समूहों की पहचान तत्काल ज्ञात नहीं थी। इन घटनाओं के विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। सभी अशांत जिलों में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है और जिला प्रशासन ने इन जिलों में कर्फ्यू में छूट की अवधि भी तीन घंटे कम कर दी है। मणिपुर की राजधानी इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में आती है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय गुरुवार से संकटग्रस्त मणिपुर और शनिवार से सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय दौरे पर हैं। नागरिक समाज संगठनों सहित विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें की जा रही हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी स्थिति का जायजा लेने व जातीय संकट को हल करने के लिए सोमवार को तीन दिनों के लिए मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। उनके मेइती और कुकी समुदायों सहित सभी समुदायों के प्रतिनिधियों से मिलने की संभावना है। पूर्वी कमान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आर.पी. कलिता ने जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए 22 से 24 मई तक मणिपुर के कई संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले जिलों का दौरा किया। हिंसक घटनाओं के बीच अफवाहों और वीडियो, फोटो और संदेशों को फैलने से रोकने के लिए मणिपुर सरकार ने शनिवार को इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 31 मई तक बढ़ा दिया। 3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर द्वारा मेइती समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आह्वान के कारण 10 से अधिक जगहों पर व्यापक हिंसक झड़पें और हमले हुए।
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