नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने कांग्रेस और बीजेपी के अध्यक्षों को पत्र लिखकर उनके स्टार प्रचारकों के बयानों पर सख्त हिदायत दी है। आयोग ने बीजेपी को सांप्रदायिक आधार पर बात न करने और कांग्रेस को संविधान खत्म करने जैसे दावे न करने की हिदायत दी है।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अलग-अलग पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। आयोग ने कहा है कि स्टार प्रचारकों के बयान दायरे में होने चाहिए और उनमें ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए जिसका चुनाव के बाद (आचार संहिता की अवधि के बाद) समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़े।
पिछले महीने आयोग ने बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों को लेकर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को नोटिस जारी किया था। आयोग ने बीजेपी अध्यक्ष को निर्देश दिया है कि वह अपने सभी स्टार प्रचारकों को समाज को बांटने वाले बयान देने से रोकें। भाजपा और उसके स्टार प्रचारकों को धार्मिक सांप्रदायिक आधार पर प्रचार के किसी भी तरीके या बयान से बचना चाहिए।
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संविधान को लेकर क्या बोला आयोग
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि उसके स्टार प्रचारक यह गलतफहमी न फैलाएं कि भारत के संविधान को खत्म किया जा सकता है या बेचा जा सकता है। इसके अलावा, कांग्रेस के स्टार प्रचारकों या उम्मीदवारों को रक्षा बलों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए और रक्षा बलों की सामाजिक-आर्थिक संरचना के बारे में संभावित विभाजनकारी बयान नहीं देना चाहिए।
आयोग ने कहा कि तकनीकी खामियों या अन्य राजनीतिक दलों द्वारा बयानों की अतिरंजित व्याख्या के बीच, स्टार प्रचारकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी अपनी सामग्री सटीक हो और अभियान के दौरान दिए गए बयानों की गुणवत्ता और खराब न हो।