बंगाल

चुनाव आयोग ने पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गांगुली को भेजा नोटिस, CM ममता पर की थी विवादित टिप्पणी

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कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग ने कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज और बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत गांगुली (Abhijeet Ganguly) को नोटिस भेजा है। आयोग ने अभिजीत को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा कि पूर्व न्यायाधीश की टिप्पणियाँ "बिल्कुल बेतुकी, गलत निर्णय वाली, शालीनता की सीमा का उल्लंघन करने वाली और बदसूरत" थीं।

मुख्यमंत्री पर की गई थी विवादित टिप्पणी

बुधवार को हल्दिया के चैतन्यपुर में एक सभा से अभिजीत ने मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करते हुए कहा था, 'ममता बनर्जी, आप कितने में बिक गईं? हल्दिया बैठक का एक वीडियो भी सामने आया है। वहां अभिजीत को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ''तृणमूल कहती है, रेखा पात्रा को दो हजार रुपये में खरीदा गया। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), तुम कितने पैसे में बिकी हो? अगर कोई आपको आठ लाख रुपये देता है तो उसे नौकरी मिल जाती है, अगर कोई आपको दस लाख रुपये देता है तो राशन खत्म!

 आप 10 लाख रुपये के लायक क्यों हैं? क्या आप केया सेठ से अपने चेहरे पर मेकअप लगवाती हैं? रेखा पात्रा एक गरीब महिला हैं, लोगों के घरों में काम करती हैं, हमारी उम्मीदवार हैं। इसके लिए इसे दो हजार रुपये में खरीदा जा सकता है? वह एक महिला होकर किसी महिला के बारे में ऐसा कैसे कह सकती हैं? मुझे संदेह है कि क्या वह सचमुच एक महिला है!”

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पार्टी ने आयोग में दर्ज कराई शिकायत 

अभिजीत की इन टिप्पणियों का जिक्र करते हुए राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने उनकी कड़ी निंदा की। तृणमूल ने अभिजीत के खिलाफ उनकी टिप्पणियों के अंग्रेजी अनुवाद के साथ आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई। शुक्रवार को आयोग की ओर से उस शिकायत का जवाब आया। आयोग ने कहा कि तमलुक से बीजेपी उम्मीदवार अभिजीत ने चुनाव के दौरान न सिर्फ अभद्र टिप्पणी की बल्कि आचार संहिता का भी उल्लंघन किया।

आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में होगी कार्रवाई

इस संबंध में आयोग ने अभिजीत को सोमवार 20 मई शाम 5 बजे तक अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है। आयोग ने पूछा है कि उस टिप्पणी के लिए अभिजीत के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों न की जाए? आयोग ने यह भी कहा है कि अगर अभिजीत समय पर नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो आयोग यह मान लेगा कि उन्हें इस मामले में कुछ नहीं कहना है और अभिजीत के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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