नई दिल्ली: कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचा। जहां विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग के सामने डाक मतपत्रों का मुद्दा उठाया। विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि मतगणना के दौरान सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाए। इसको लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि डाक मतपत्र एक जानी-मानी प्रक्रिया है और कई बार ये चुनाव नतीजों में निर्णायक साबित होते हैं।
डाक मतपत्रों की गिनती पहले की जाएं
ऐसे में विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग से मांग की कि पहले की तरह डाक मतपत्रों की गिनती पहले अनिवार्य की जाए। चुनाव आयोग ने विपक्ष के इस विचार को मान लिया है और इसके लिए मंजूरी दे दी है कि 4 जून को मतगणना के दौरान सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी। ऐसे में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस फैसले के लिए चुनाव आयोग का आभार जताया है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने बयान जारी कर कहा कि विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को चुनाव आयोग से मिलने पहुंचा था। जहां चुनाव आयोग ने तुरंत हमें रविवार को समय दिया और हमारी बात धैर्यपूर्वक सुनी गई।
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विपक्ष ने चुनाव आयोग का जताया आभार
उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए हम चुनाव आयोग के आभारी हैं। हमें और भी खुशी है कि चुनाव आयोग ने लोकतंत्र के एक ज्वलंत मुद्दे पर सहमति जताई, जिसके लिए हमने उनसे मांग की थी कि डाक मतपत्रों की गिनती पहले की जाए। मतगणना से दो दिन पहले विपक्ष के अनुरोध को आयोग ने विनम्रतापूर्वक और तुरंत स्वीकार कर लिया। मंगलवार को मतगणना के समय इस पर अमल किया जाएगा।
यह तीसरी बार है जब कोई बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलने गया है। इस बार जब विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग से मिलने गए तो सबसे अहम मुद्दा यह था कि डाक मतपत्र चुनाव नतीजों को एक दिशा से दूसरी दिशा में ले जा सकते हैं। उन्होंने आयोग के सामने यह बात रखी कि चुनाव आयोग का नियम कहता है कि डाक मतपत्रों की गिनती पहले की जाएगी।