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Dharamshala: तिब्बती संगठनों ने चीन के खिलाफ किया प्रदर्शन, द्रिचू नदी पर बांध का विरोध

protest against china
धर्मशाला (Dharamshala): तिब्बत में द्रिचू नदी पर चीन द्वारा बनाए जा रहे बांध के विरोध में तिब्बती संगठनों ने गुरुवार को मैक्लोडगंज में चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। तिब्बती संगठनों ने इस बांध के निर्माण के कारण आसपास रहने वाले तिब्बतियों के जबरन स्थानांतरण का विरोध किया है। गुरुवार शाम को निर्वासित तिब्बतियों के विभिन्न संगठनों ने मैक्लोडगंज के मुख्य चौक पर एकजुट होकर तिब्बत में रह रहे तिब्बतियों के समर्थन और चीन के खिलाफ आवाज बुलंद की। क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस के सचिव तेनजिन लोबसांग ने कहा कि चीन तिब्बतियों की जीवनशैली और रहन-सहन को नष्ट कर रहा है। चार अलग-अलग तिब्बती संगठनों के सौ से अधिक लोगों और अधिकारियों ने चीन द्वारा तिब्बतियों के शोषण के खिलाफ चेतावनी दी।

मठों को ध्वस्त करने की योजना बना रहा चीन

तेनजिन लोबसांग ने कहा कि पहले चीन ने तिब्बत पर कब्जा किया और अब वहां के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ तिब्बत के अध्यक्ष ताशी ने कहा कि तिब्बत इस समय चीन के नियंत्रण में है। तिब्बत के पूर्वी क्षेत्र के दो तिब्बती गांवों के तिब्बतियों को उजाड़ा जा रहा है। गांव के बगल में एक नदी है, चीन वहां बांध बनाने जा रहा है। बांध के निर्माण के कारण चीन वहां स्थित बौद्ध मठों को भी ध्वस्त करने की योजना बना रहा है। ये भी पढ़ें..Himachal: बजट पर चर्चा के दौरान गरमाया सदन, सीएम बोले- हिमाचल के हितों से समझौता नहीं

बांध बनने से लोगों को होगी परेशानी

उन्होंने कहा कि रैलियों और प्रदर्शनों के जरिए हम चीन को यह संदेश देना चाहते हैं कि दुनियाभर में रहने वाले तिब्बती इस बांध का विरोध करते हैं। इससे पहले भी चीन कई बांध बना चुका है। इको सिस्टम को बहुत नुकसान हो रहा है, तिब्बतियों को उनकी जमीन से खदेड़ा जा रहा है और बेघर किया जा रहा है। चीन द्वारा तिब्बती नदी पर जो बांध बनाया जा रहा है उससे न तो चीन को फायदा होगा और न ही तिब्बत को। तिब्बत की द्रिचु नदी पर करोड़ों लोग निर्भर हैं, इस नदी पर बांध बनने से उन्हें काफी परेशानी होगी। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)