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देश में बढ़ रहे हैं लवजिहाद के मामले

LOVE JEHAD
फरीदाबाद: देश में लचर कानून और पुलिस की सिथिलता के कारण लव जेहाद के मामले बढ़ रहे हैं। कुछ मामलों में तो लड़की के घरवाले बदनामी के डर से घुटनभरी जिंदगी से समझौता कर लेते हैं तो कुछ में पुलिस की नाकामी लड़की की जिंदगी छीन लेती है। बाकी बचे मामलों में कानून पंगु नजर आता है। इसका फायदा उठाकर कुछ सोहदे लड़कियों की मासूमियत पर अपनेे मंसूबे गढ़ने की कोशिश में लग जाते हैं। ऐसा ही फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में बीकाम की छात्रा निकिता के साथ हुआ। आरोपी ने अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए छात्रा को कई बार अपमानित किया और सालों से उसका जीना हराम कर रखा था। इसके बाद भी जब उसके मंसूबे पूरे नहीं हुए तो उसने निकिता की जिंदगी छीन ली। उस पर मोहब्बत का जुनून इस कदर था कि वह छात्रा को धर्म परिवर्तन के लिए विवश करता रहा। इस कृत्य में आरोपी की मां बराबर अपने लडके का सहयोग करती रही। बीकॉम अंतिम वर्श की छात्रा निकिता तोमर उर्फ नीतू पर काफी समय से तौसीफ के परिवार की तरफ से धर्म परिवर्तन का दबाव था। दो साल पहले तौसीफ ने शादी की नीयत से उसका अपहरण भी कर लिया था, लेकिन उसके रसूख के चलते उस पर अंकुश नहीं लगाया जा सका था। आरोपी की मां भी निकिता पर दबाव डाल रही थी कि तुम तौसीफ से शादी कर लो। इसके लिए निकिता से धर्म परिवर्तन के लिए कहा जा रहा था। आरोपी के सिर पर सवार थी सनक पिछले कई सालों में देखा गया कि कुछ बिगड़ी औलादें एकतरफा मोहब्बत कर लड़की के लक्श्य को भटकाने लगते हैं। निकिता के साथ भी ऐसा ही हुआ है। वह स्कूल से लेकर काॅलेज तक की पढ़ाई में अव्वल थी। उसका इरादा अफसर बनने का था, लेकिन आरोपी को सनक थी कि वह छात्रा का धर्म बदलवा कर उससे शादी कर लेगा। समय के रहते यदि तौसीफ की मंा उसे डांट कर सही राह दिखाती तो यह घड़ी कभी न आती। माफ करना पड़ गया भारी लड़की से छेड़छाड़ के मामलों में आरोपी से समझौता करना बेहद नुकसान दायक साबित हो जाता है। कई बार देखा गया कि छात्राओं से हो रही छेड़छाड़ में परिजन आरोपी को डांट डपट कर उससे समझौता कर लेते हैं। इसे आरोपी पक्श के लोग मजबूरी मान बैठते हैं और समय बीतने पर वही हरकत दोहराने लगते हैं। फरीदाबाद निवासी निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने बताया कि तौसीफ निकिता के स्कूल रावल इंटरनेशनल में बारहवीं कक्शा तक साथ ही पढ़ता था। आरोपी स्कूल टाइम से ही उसे परेशान करता था। 2018 में तौसीफ ने शादी की नीयत से निकिता का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने तौसीफ को ढूंढ निकाला था। आरोपी तौसीफ के परिजन भी निकिता के घर आए और माफी के साथ यह तय हुआ था कि आगे से ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। लवजिहाद के लिए उकसाते रहे परिजन तौसीफ की मां निकिता को फोन पर दबाव दे रही थी कि तुम तौसीफ से शादी कर लो। अपहरण के बाद कौन तुमसे शादी करेगा। तुम धर्म बदल लो और हमारे साथ आकर रहो। निकिता ने कुछ दिन पहले यह बात अपने घर पर बता दी थी। रसूख के चलते नहीं मिल सका था न्याय निकिता के पिता मूलचंद तोमर का आरोप है कि तौसीफ पूर्व मंत्री आफताब अहमद का चचेरा भाई है। आरोप है कि पूर्व मंत्री के हस्तक्शेप के कारण ही निकिता अपहरण मामले को दबाया गया था। पिता का आरोप है कि अब भी राजनीतिक दबाव के चलते मामले को दबा दिया जाएगा। आफताब अहमद फिलहाल नूंह से विधायक हैं। वह परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं। राजनीतिक दबाव नहीं चलेगा परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि निकिता बल्लभगढ़ की बेटी है। उसके परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाएगा। मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएगा। एसआईटी का गठन कर दिया गया है। परिवार को पूरी सुरक्शा प्रदान की जाएगी। कानून व्यवस्था को लेकर घिरी सरकार छात्रा की गोली मारकर हत्या करने के मामले में लोगों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है कि तौसीफ नामक यही राक्शस निकिता के साथ अश्लील हरकत करने पर 2018 में नामजद हुआ था। उन्होंने सरकार को घेरते हुए लिखा कि आपका शासन नाकारापन है कि आप उस पिशाच को तब सजा तक न दिला पाए थे। दिल्ली महिला आयोग और हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। यही नहीं पूरे देश से निकिता के परिजनों को न्याय की मांग की जा रही है। नाम बदलते और फिर कर लेते हैं शादी लवजिहाद के कई और मामलों ने कानून व्यवस्था पर तमाम सवाल खड़े किए हैं। देश में कड़े कानून न होने से दूसरे धर्माें के लोग नाम बदलकर या लव का फरेब रच हिंदू लड़कियों से शादी कर लेते हैं। बाद मंें सच्चाई पता चलने पर वह लड़कियों को धर्म परिवर्तित करने का दबाव बनाने लगते हैं। उनकी बात न मानने पर वह जान भी लेने से पीछे नहीं हटते हैं। पहले भी हो चुकी हैं बड़ी वारदातें कई सालों पहले एक बड़ा मामला मेरठ का सामने आया था। इसमें शाकिब ने अमन बनकर झूठी मोहब्बत के जाल में एक बीकॉम पास युवती को अपने जाल में फंसा लिया था। फिर उसने शादी के नाम पर युवती से 25 लाख रुपये और 15 तोला सोना हड़प लिया। इसके बाद ईद से ठीक एक दिन पहले जब युवती को पता चला कि ये अमन नहीं शाकिब है तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। झूठी मोहब्बत का राज खुला तो बेरहम शाकिब ने ईद से पहले चांद दिखने वाली रात को ही परिवार और दोस्त के साथ मिलकर युवती का कत्ल कर डाला। शाकिब ने युवती का धड़ और हाथ काटकर अलग कर दिया था। यह भी पढ़ें:-कांग्रेस ने राम और कृष्ण में किया भेद, भाजपा नेता ने पूजास्थल कानून को दी चुनौती 115 दिनों बाद मिले कंकाल दूसरे मामला भी मेरठ के परतापुर का है। इसमें बिहार निवासी शमशाद भूडबराल नई बस्ती में प्रिया और उसकी बेटी कशिश के साथ रहता था। करीब पांच साल पहले शमशाद ने खुद को अमित गुर्जर बताकर प्रिया से दोस्ती की थी। 28 मार्च 2020 को शमशाद ने अपने साले के साथ मिलकर मां-बेटी की हत्या कर दी थी। बाद में प्रिया की मोदीनगर निवासी सहेली चंचल पर मां-बेटी को गायब करने का आरोप लगाया था। लेकिन शक के आधार पर पुलिस ने शमशाद से पूछताछ की तो उसने दोनों की हत्या की बात कबूल की। पुलिस ने भूडबराल स्थित शमशाद का मकान बुलडोजर से ढहा दिया था। 115 दिनों बाद पुलिस ने फर्श तुड़वाकर दोनों के कंकाल बरामद किए थे।