नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के कंझावला कांड पूरे देश को झकझोर दिया है। हादसे का शिकार हुई 20 वर्षीय अंजलि के साथ उस रात जो हुआ, उस खौफनाक दास्तां को सुनकर किसी भी इंसान का दिल दहल उठा । इस घटना के नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। उस रात मौका-ए-वारदात पर मौजूद चश्मदीद अंजलि की सहेली निधि ने दुर्घटना को याद करते हुए निधि ने कहा कि वे दोनों एक पार्टी से लौट रही थीं। अंजलि ने बहुत शराब पी ली थी। हमारे बीच झगड़ा भी हुआ था कि स्कूटी कौन चलाएगा। वह बिल्कुल होश में नहीं थी। उस दुर्घटना से पहले, वह एक ट्रक से टकराने वाली थी, लेकिन मैंने किसी तरह ब्रेक लगाने में कामयाबी हासिल की और हम बच गए।"
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गाडी में नहीं बच रहा था गाना
उसने यह भी कहा कि कार में कोई गाना नहीं बज रहा था। उसने आगे कहा, "वह चिल्लाती रही, लेकिन कार सवारों ने उसे घसीटना जारी रखा और भाग गए। उसे पहले मुझे छोड़ना था और फिर अपने घर जाना था। टक्कर के बाद अंजलि कार के नीचे चली गई और मैं जमीन पर गिर गया। कार रुका नहीं और अंजलि मदद के लिए चिल्लाती रही। अगर उन्होंने कार रोक दी होती और अंजलि को बाहर निकाल लिया होता, तो वह जिंदा होती।"
निधि कहा, "यह मेरे लिए दिमाग खराब करने वाला क्षण था.. मैं सीधे घर चली गई। मैं निराश और डरी हुई महसूस कर रही थी। मैं कुछ भी समझ नहीं पा रही थी, लेकिन जब पुलिस ने मुझसे इस घटना के बारे में पूछा, तो मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया।" मामले की मुख्य गवाह निधि ने मंगलवार को 164 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत अपना बयान भी दर्ज कराया।
निधि ने कहा, "वे (आरोपी) जानते थे कि एक लड़की कार के नीचे फंस गई है। उन्होंने अपनी कार को आगे-पीछे भी किया, लेकिन तब अंजलि कार के अगले हिस्से में फंस गई। अगली सुबह मैंने खबर सुनी कि वह मर गई।" निधि ने आगे कहा कि अगर उसने अंजलि के परिवार को तुरंत इस घटना के बारे में बताया होता, तो वे उसे ही दोषी ठहराते।
इससे पहले रोहिणी के ओयो होटल के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस ने बरामद किया था, जहां घटना से ठीक पहले पीड़िता और निधि बहस करते दिख रही थीं। निधि ने कहा, "मैं रात 8 बजे होटल पहुंची और लगभग 2 बजे निकली। होटल से निकलने के तुरंत बाद ही दुर्घटना हो गई।" उन्होंने कहा, "अंजलि ने पहले मुझे सुल्तानपुरी में मेरे घर से उठाया और फिर मुझे रोहिणी में अपने घर ले गई और फिर हम होटल गए।" निधि ने कहा, "मैंने उसे स्कूटी की चाबी सौंपने के लिए कहा था, लेकिन वह गाड़ी चलाना चाहती थी। हम इस बात पर बहस कर रहे थे कि स्कूटी कौन चलाएगा।"
बता दें कि दुर्घटना के दिन 20 वर्षीय अंजलि अपनी सहेली निधि के साथ स्कूटी पर थी, जब दोनों घर लौट रहे थे, तभी एक जनवरी की तड़के दोपहिया वाहन की मारुति बलेनो कार से टक्कर हो गई। टक्कर लगने के बाद निधि पिलियन सीट से उछलकर दूर जाकर गिरी, जबकि अंजलि उस कार के नीचे फंस गई, जिसने उसे कई किलोमीटर तक घसीटा, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
पुलिस ने घटना के समय कार में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिट्ठू और मनोज मित्तल के रूप में हुई है। अमित (25) उत्तम नगर में एसबीआई कार्डस के साथ काम करता है, कृष्ण (27) स्पेनिश कल्चर सेंटर में काम करता है, मिठ्ठू (26) नरैना में हेयरड्रेसर है, जबकि मनोज मित्तल (27) सुल्तानपुरी में राशन डीलर है और भाजपा का कार्यकर्ता भी है।
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