Ayodhya Deepotsav 2023, अयोध्याः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मनाए जाने वाले दीपोत्सव में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। रामनगरी अयोध्या को 21 लाख दीयों से रोशन करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) का कार्यक्रम अब पूरी दुनिया में अपनी भव्यता के लिए पहचाना जा रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ख्याल रखना जरूरी है। सभी तैयारियां समय पर पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक में इस संबंध में अपनी मंशा भी स्पष्ट कर दी।
रिकॉर्ड बनाने की तैयारियां जोरों पर
सीएम योगी ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि दीपोत्सव खुशी का अवसर है और इस दौरान आम लोगों की भावनाओं का ख्याल रखना पुलिस का नैतिक कर्तव्य है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं है। सीएम योगी के ये शब्द भले ही बेहद विनम्र हैं लेकिन इसका संदेश भी उतना ही मजबूत है। गौरतलब है कि 2017 से दीपोत्सव हर साल एक नया रिकॉर्ड बना रहा है। इस साल अवधपुरी को 21 लाख दीयों से रोशन करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए दीपक, तेल, बाती, स्थान, स्वयंसेवक आदि की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।
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सनातन परम्परा का अभिन्न हिस्सा है दीपोत्सव
बता दें कि दीपोत्सव सनातन परंपरा का अभिन्न अंग है। यह मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम, माता सीता और भाई लक्ष्मण की 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापसी की पवित्र स्मृति है। अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्री राम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्री राम का राज्याभिषेक आदि घटनाओं का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मैया की आरती भी की जाएगी। इतना ही नहीं, चार देशों और 24 राज्यों की रामलीलाओं का मंचन इस पल को प्रफुल्लित कर देगा। इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर है।
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
दीपोत्सव की भव्यता देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। मुख्य समारोह के अलावा अयोध्या शहर के सभी धार्मिक स्थलों, मठों और मंदिरों की सजावट भी होगी। ऐसे में यहां न सिर्फ भगवान के भक्त बल्कि विदेशी पर्यटकों का भी जमावड़ा लगेगा। क्षेत्रीय लोगों के आने से यहां भीड़ को नियंत्रित करना और उन्हें अनुशासित रखना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का काम भी शुरू हो गया है।
दीपोत्सव का होगा सीधा प्रसारण
अयोध्या जिले के विभिन्न स्थानों पर समारोह के सजीव प्रसारण की भी व्यवस्था होगी। ताकि अधिक से अधिक लोग दीपोत्सव में शामिल हो सकें। इस संबंध में स्थलों के चयन और प्रसारण की व्यवस्थाओं को पहले ही अंतिम रूप दिया जा रहा है। राम की पैडी और ऐसे अन्य स्थानों पर ट्रांसमिशन की टेस्टिंग का काम लगातार गति से चल रहा है। सिस्टम से जुड़े लोग और कर्मचारी रात में भी इसका परीक्षण कर रहे हैं।
ये भी है प्लानिंग
दीपोत्सव के मुख्य समारोह के बाद लोगों को सुरक्षित निकालने की व्यवस्था की जा रही है। वे अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए हर बिंदु पर योजना बनाकर काम चल रहा है। महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है। इतना ही नहीं भगदड़ की स्थिति को रोकने के लिए भी उपाय ढूंढे जा रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न भी होती है तो उससे निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। मंदिरों में भीड़ की आशंका को देखते हुए 24×7 पुलिस बल तैनात करने की तैयारी है।
पुलिस-प्रशासन को जारी किए गए निर्देश
हर्ष और उल्लास के पर्व दीपोत्सव पर स्थानीय लोग और देश-विदेश से पर्यटक अयोध्या आते हैं। ऐसे में उन्हें कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। ये कठिनाइयां प्रशासनिक और पुलिस अमले के अशिष्ट स्वभाव के कारण भी आती हैं, लेकिन इस साल के आयोजन में इसकी गुंजाइश शून्य करने की रणनीति पर काम किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान करने का निर्देश दिया गया है। आम जनता के आवागमन और बैठने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल के व्यवहार को सरल और सहयोगात्मक बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
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