काबुलः राजधानी काबुल में गुरुवार को हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए दो फिदायीन हमले (blast) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 103 हो गई,इसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल है। जबकि 150 से ज्यादा जख्मी हैं। मरने वालों की संख्या और इजाफा हो सकता है। उधर इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप (ISIS-K) ने ली है।
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वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वह काबुल हवाई अड्डे पर हुए दोहरे बम विस्फोटों (blast) का बदला लेंगे, जिसमें 13 अमेरिकी सेवा सदस्य सहित कम से कम 103 लोग मारे गए हैं। फिलहाल 18 और घायल सैनिकों को काबुल से बाहर निकालने की प्रक्रिया चल रही है। गुरुवार देर रात व्हाइट हाउस से टिप्पणी करते हुए बाइडेन ने कहा कि हम अपने समय में बल और सटीकता के साथ जवाब देंगे।
बाइडेन ने कहा कि अगर और सेना की जरूरत पड़ी तो भेजेंगे
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी सैन्य कमांडरों को आईएसआईएस-के की संपत्ति, नेतृत्व और सुविधाओं पर हमला करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि आईएस आतंकवादी नहीं जीतेंगे। हम अमेरिकियों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे, और हमारा मिशन जारी रहेगा। एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कि क्या वह हमलों के मद्देनजर अफगानिस्तान में अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करेंगे, बाइडेन ने कहा कि अगर सेना को अतिरिक्त बल की जरूरत पड़ी, तो मैं अपने और सैनिक भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी की थी कि आईएसआईएस के आतंकवादी काबुल एयरपोर्ट पर हमला (blast) करने की साजिश रच रहे हैं। बावजूद इसके अफगानिस्तान एयरपोर्ट पर सुरक्षा में तैनात अमेरिकी सैनिकों को पहले से भी ज्यादा अलर्ट कर दिया गया था। इस आतंकी हमले की चेतावनी को देखते हुए कई देशों ने अभी अपने लोगों को वहां से निकालने की योजना को भी रोक दिया था।
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