लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुनियादी सुविधाओं में और सुधार करने के साथ ही आंगनबाडी केंद्रों को गर्भवती महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए मॉडल सेंटर के रूप में विकसित करने जा रही है। राज्य सरकार का मानना है कि कुशल आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं की अच्छी देखभाल सुनिश्चित की जायेगी। उनके पोषण और स्वास्थ्य से संबंधित कार्यशालाओं के माध्यम से उन्हें और जागरूक किया जाएगा ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पोषण विभाग के आला अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी जिलों के आंगनबाडी केन्द्रों में रसोई में सिंक के साथ- साथ बिजली, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, नल के पानी की व्यवस्था की जाये। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर साफ- सफाई के विशेष प्रबंध की व्यापक व्यवस्था की जाए ।
इतना ही नहीं, निर्देश के क्रम में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को भी अपनी जिम्मेदारी को और गंभीरता से निभाने को कहा है। इसके अनुसार उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं को घर- घर जाकर पौष्टिक आहार वितरित किया जाए ।
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दूसरे चरण का काम शुरू होगा
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि विभागीय आंगनबाडी केन्द्रों को सक्षम आंगनबाडी केन्द्रों के रूप में स्तरोन्नत करने के लिये प्रथम चरण में 30 मार्च 2023 तक आठ आकांक्षी जिलों में 2349 आंगनबाडी केन्द्रों के लिये धनराशि आवंटित की गयी है। वहीं दूसरे चरण में 28 मार्च को भारत सरकार से 38 हजार 120 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए राशि की मांग की गई है।
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