कानपुरः समुद्री गतिविधियों के कारण इस सीजन में मॉनसून भले ही देर से दस्तक दे रहा है, लेकिन चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण प्री-मॉनसून बारिश बिखर गई है। ये बारिश लगभग देश के ज्यादातर हिस्सों में हुई और तेज हवाएं चलीं, जिससे गर्मी का प्रकोप अब खत्म हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिनों में बारिश के आसार हैं।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडे ने शुक्रवार को बताया कि देश के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में अब मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर है। एक ट्रफ रेखा पंजाब से मध्य उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र तक फैली हुई है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण आंध्र प्रदेश तट और दक्षिण ओडिशा तट से दूर पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर स्थित है। पिछले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, विदर्भ के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, दिल्ली एनसीआर और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, उत्तर प्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, छत्तीसगढ़, रायलसीमा, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान, दक्षिणी गुजरात, मराठवाड़ा, कोंकण में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। इससे पूरे देश से लू की स्थिति खत्म हो गई है।
यह भी पढ़ेंः-संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुआ शख्स अचानक मिला चाय की टपरी पर, उड़े सबके होश
बताया कि अधिकतम तापमान 35.2 व न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 98 एवं दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 63 प्रतिशत रही। हवा की दिशा उत्तरपश्चिम थी और औसत गति 4.5 किमी प्रति घंटा थी और वर्षा 8.6 मिमी थी। पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले पांच दिनों में आंशिक रूप से बादल छाये रहने के कारण 23 से 28 जून तक तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)