
उज्जैन: जीविकोपार्जन के लिए उस शख्स ने उद्योग में लगभग 30 वर्ष तक पसीना टपकाया और पत्नी ने शिक्षिका की नौकरी की, लेकिन अब इस साधारण परिवार की पर औरों की बेटियों का धूमधाम से हाथ पीले करने का जूनून सवार है। शादी भी उसी रस्म से जिसमें आम परिवार में होती है। इस दंपति ने पहले 14 कन्याओं की एक साथ शादी की और अब फिर 7 बेटियों को हाथों में मेहंदी रचाकर मंगलसूत्र भेंट करने का बीड़ा उठाया है। उपहार में वे सभी गृहस्थी की आवश्यक चीजों के अलावा, आभूषण, कपड़े आदि पर लाखों का खर्च कर रहे हैं। ये शादियां 11 मई को उज्जैन में एक मंडप के नीचे होगी, जिसमें लगभग 2500 मेहमानों को आंमत्रित किया गया है। इस आयोजन के साथ इस दंपति ने 11 बटुकों को यज्ञोपवीत संस्कार का भी बीड़ा उठाया है। कार्यक्रम का सारा खर्च यह दंपति वहन करेगा। उज्जैन शहर के मुख्य मार्गों से शहनाइयों की स्वर लहरियों के साथ बग्गी में बैठकर दूल्हा- दुल्हन का चल समारोह निकलेगा।
यह प्रेरणादायी कहानी ग्रेसिम उद्योग नागदा के पूर्व कर्मचारी विजय प्रकाश मेहता की है। इनकी पत्नी शैलबाला मेहता शासकीय माध्यमिक विद्यालय में नागदा में शिक्षिका रहीं। सेवानिवृति के बाद ये लोग अपने पैतृक शहर उज्जैन में लगभग 5 वर्ष पहले चले गए। इस दंपति का यह संकल्प दूसरी बार पूरा होने जा रहा है। वर्ष 2007 में इसी प्रकार को बड़ा जलसा कर यह दंपति 14 कन्यओं का कन्यादान कर चुका है। यह आयोजन नागदा जिला उज्जैन में हुआ था। अब यह आयोजन झालरिया मठ नृसिंह घाट उज्जैन पर 11 मई को होगा।
पिता स्वाधीनता सेनानी का आशीर्वाद
विजय प्रकाश मेहता के पिता स्व: कांतिलाल मेहता प्रदेश के एक जाने माने स्वाधीनता सैनानी थे। जिन्होंने उज्जैन में रहकर आजादी के आंदोलन में सक्रिय भाग लिया था। प्रचार प्रसार से कौसों दूर विजस प्रकाश मेहता से इस नेक कार्य की प्रेरणा के सवाल पर बताया कि स्व: पिता कांतिलाल मेहता एवं माता स्व: सुशीला देवी के आशीर्वाद का पुण्य प्रताप है। ऐसे नेक कार्य करने से उन्हें और पत्नी को सुकून मिलता है। उन्होंने बताया कि इस नेक कार्य की मंशा से जब भतीजे मनीष मेहता को बताया तो उन्होंने तत्काल इस कार्य को मूर्तरूप देने के लिए हामी भरी। गौरतलब है कि मेहता दंपति के आंगन में किलकारियां न गुंजने का अहसास भतीजे मनीष ने नहीं होने दिया। इस दंपति ने समाज सेवा के कई कार्य किए हैं। अपने पुरुषार्थ से समाज सेवा के कार्य से वह शोहरत दौलतमंदों को भी हासिल नहीं होती जो इस दंपति मिली है।

मशीनों से मशक्कत कर कमाया धन
विजय प्रकाश मेहता ने एक लंबे समय तक लगभग 30 वर्ष तक ग्रेसिम उद्योग नागदा में नौकरी की। वे पावर हाउस विभाग में एक साधारण कर्मचारी थे। गांधीग्राम कॉलोनी में निवास था। पत्नी बालक उमा विद्यालय नागद में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी। सेवानिवृति के बाद यह परिवार इन दिनों उज्जैन चला गया।
निमंत्रण पत्र स्वयं बांट रहे दंपति
यह जानकर आश्चर्य होंगा कि शेलबाला मेहता अस्वथ है उसके बाद भी दोनों उज्जैन से नागदा स्नेहीजनों को कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र देने पहुंचे। प्रचार से दूर इस दंपति की सहदयता इसी बात में झलकती है कि निमंत्रण पत्र में कार्यक्रम का बैनर ब्राह्मण समाज को दिया है। बकायदा निमंत्रण पत्र में इस कार्यक्रम का नाम सर्वब्राह्मण सामूहिक विवाह एवं यज्ञोपवीत संस्कार दिया है। निमंत्रण पत्र में स्वागत के लिए अग्रज भ्राता अजय प्रकाश मेहता-पवित्रा मेहता एवं भतीजे मनीष- अनामिका मेहता को आगे किया है।
इनका कन्यादान करेंगे मेहता दंपति
निमंत्रण पत्र में वर-वधु के नामों का उल्लेख किया गया है। मेहता के मुताबिक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के दूल्हा- दूल्हन होंगे। जिसके तहत राहुल निवासी गांव झोकर संग मीनु का विवाह होगा। इसी प्रकार से कृष्णकांत निवासी महिदपुर संग लक्षिता निवासी सायरखेड़ी, गोपाल निवासी टीकोन संग आरती, विकास निवासी रूपाखेड़ी संग रेणुका निवासी पचलाना, चित्रेश निवासी शाजापुर संग सपना निवासी पचलाना, ऋषभ निवासी लोहारी संग अदिति निवासी नेवरी एवं लोकेंद्र निवासी उज्जैन संग रानू निवासी उज्जैन के बीच वरमाला की रस्म होगी। बाद में मेहता दंपति कन्यादान करेंगे। इसी प्रकार से यज्ञोपवीत संस्कार 24 बच्चों को किया जाएगा। जिनके नाम इस प्रकार हैं- हार्दिक बटवाल तेलंगाना, धनजय बटवाल तेलंगाना, निखिलेश नागर शिवांश नागर , रूद्र नागर अंकित हरगोड़ सभी निवासी उज्जैन, नागेश नागर, नाहरिया, पार्थ नागर शाजापुर, वैभव भट्ट इंदौर, अक्षत त्रिवेदी इंदौर, उज्जवल नागर रथभंवर, माधव मेहता कुटलाना, हर्षित नागर टकरावदा, सुमुख नागर राजगढ, अमन नागर कचनारिया, वेदांश नागर जयपुर, नकुल पंडया, रोहित नागर पीर उमरोद, पीयुष नागर पीर उमरोद, एवं कृतिका नागर हरसोदन के नाम उल्लेखनीय है।
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