बेगूसराय: समस्तीपुर लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को पटखनी देने वाले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वर्तमान में बेगूसराय के बछवाड़ा से कांग्रेस विधायक रामदेव राय ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। आज शनिवार सुबह पटना के पारस अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। बता दें, रामदेव राय पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और छह दिन पहले हालत गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए पटना में भर्ती कराया गया था। उनके निधन की सूचना पाते ही जिले के कांग्रेस समेत सभी दल के कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है।
बेगूसराय के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित चक्का सहलोरी निवासी रामदेव राय ने मात्र 13 वर्ष की उम्र से ही छात्र नेता के रूप में सामाजिक कार्य शुरू कर दिया था। 29 साल की उम्र में 1972 में पहली बार बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे और 1973 में उन्हें मंत्री बनाया गया। जनता के बीच लोकप्रियता के कारण वह बछवाड़ा विधानसभा सीट से दूसरी बार भी 1977 में चुनाव जीते। 1980 केे विधानसभा चुनाव में उन्होंने बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर मिसाल कायम की और उन्हें दोबारा मंत्री पद दिया गया।
यह भी पढ़ें- राष्ट्रीय खेल दिवस पर पीएम मोदी समेत इन मंत्रियों ने मेजर ध्यानचंद को दी श्रद्धांजलि1984 में लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर से बिहार के जनप्रिय नेता पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे और भारी मतों से विजय प्राप्त कर लोकसभा पहुंचे। इसकी चर्चा बिहार ही नहीं पूरे देश में हुई थी। फिर 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे और चुनाव जीता। बिहार विधानसभा में सरकार नहीं बनने पर 2005 के मध्यावधि चुनाव में फिर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत कर बिहार विधानसभा पहुंचे।
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में पांच बार विधानसभा और एक बार लोकसभा का नेतृत्व कर चुके हैं। उम्र दराज होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने इनकी नेतृत्व क्षमता के कारण सातवीं बार भरोसा कर 2015 में बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में टिकट दिया और छठी बार भी वे चुनाव जीत कर पार्टी के भरोसे पर खरे उतरे।