
गुरुग्राम: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दशहरे के एक दिन बाद गुरुग्राम की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है और शहर में एक्यूआई 308 दर्ज किया गया है। इसके बावजूद शुक्रवार से पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) द्वारा लागू ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का पालन नहीं हो रहा है।
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, शहर का सेक्टर-51 क्षेत्र सबसे प्रदूषित था, जिसमें एक्यूआई 359 एसपीएम दर्ज किया गया था और उसमें भी पीएम 2.5 की औसत मात्रा 325 माइक्रोग्राम प्रति घर प्रति मीटर दर्ज की गई थी।
वहीं, पीएम 10 की मात्रा 359 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मिनी सचिवालय के आसपास पीएम 2.5 का स्तर 276 दर्ज किया गया। गुरुग्राम-फरीदाबाद मार्ग पर टेरी गांव के पास पीएम 2.5 का स्तर 280 दर्ज किया गया, जबकि मानेसर में पीएम 2.5 का स्तर 328 दर्ज किया गया। जब पीएम 2.5 का स्तर 50 से अधिक हो जाता है, तो इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूवार्नुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में जैसे-जैसे तापमान में कमी आएगी, प्रदूषण के कण सतह पर आएंगे और ऐसे में प्रदूषण और बढ़ेगा। शुक्रवार को जिले का एक्यूआई 195 एसपीएम (सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर) था।
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