खेल फीचर्ड संपादकीय

IPL 2024: धूम-धड़ाके के लिए हो जाइए तैयार

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IPL 2024: कुछ ही दिनों में आईपीएल का नया सीजन आरंभ होने वाला है। जैसा कि आप जानते हैं भारत में हर साल गर्मियों के दिनों में होने वाली यह क्रिकेट प्रतियोगिता काफी लोकप्रिय हो चुकी है। नए खिलाड़ियों के लिए यह एक ऐसा मंच है, जिस पर बढ़िया प्रदर्शन करके देश के लिए खेलने का अवसर मिल जाता है। बीसीसीआई के चयनकर्ताओं की नजर आईपीएल पर खास तौर से रहती है। आज यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़, तिलक वर्मा, रजत पाटीदार, मुकेश कुमार, रिंकू सिंह और अर्शदीप सिंह जैसे युवा किसी न किसी प्रारूप में भारतीय टीम का हिस्सा बन चुके हैं। युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा चमकाने का इससे बेहतर अवसर नहीं मिल सकता। यही इस टूर्नामेंट का सबसे बड़ा आकर्षण भी है। साल 2024 में होने वाला आईपीएल का 17वां संस्करण होगा। कुल दस टीमें इस खिताबी दौड़ में शामिल होंगी। फाइनल को जोड़ लें तो इनके बीच कुल 72 मैच खेले जाएंगे। हर साल कुछ खिलाड़ी इधर-उधर हो जाते हैं। कहने का आशय यह है कि नीलामी में ज्यादा बोली लगा कर फ्रैंचाइजी कंपनियां अपनी टीमों के लिए खिलाड़ियों को चुनती हैं। ऐसे में टीमों में बदलाव होता रहता है। मसलन, पिछले दो सीजन में गुजरात टाइटंस के कप्तान रहे हार्दिक पांड्या इस बार मुंबई इंडियंस की टीम के साथ दिखेंगे। वह रोहित शर्मा की जगह मुंबई के कप्तान भी बना दिए गए हैं। यह इस साल का सबसे बड़ा बदलाव भी है। चूंकि, आईपीएल में ढेर सारे विदेशी खिलाड़ी भी शामिल रहते हैं इसलिए दूसरे देश के नामी-गिरामी क्रिकेटरों के साथ खेलने का अनुभव भी बड़ा उपयोगी रहता है। आईपीएल में सारा खेल पैसे का है। मोटी रकम देकर खिलाड़ी खरीदे जाते हैं। प्रसारण अधिकार और विज्ञापन कंपनियों की भी चांदी रहती है इसीलिए यह भारतीय खेल जगत का एक मशहूर ब्रांड बन चुका है। युवा खिलाड़ी बहुत कम समय में मालामाल हो जाते हैं। यही वजह है कि कोई भी खिलाड़ी आईपीएल के मैच मिस नहीं करना चाहता। इस मामले को लेकर आलोचना भी होती है। कई बार खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से नेशनल टीम के लिए उपलब्ध नहीं रहता, लेकिन वह आईपीएल के लिए हमेशा उपलब्ध रहता है। यह इस खेल का नकारात्मक पक्ष है, जिस पर अक्सर सवाल उठाए जाते हैं। यह बात कुछ हद तक सही भी है कि पैसे की लालच में खिलाड़ी आईपीएल को ज्यादा तरजीह देते हैं। आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई ने अभी जो तारीखें घोषित की हैं, उसके अनुसार यह 22 मार्च से आरंभ होकर 26 मई तक चलेगा यानी दो महीने तक देश के विभिन्न शहरों में इसके मैच खेले जाएंगे। चूंकि इसी साल लोकसभा के चुनाव भी होने हैं, इसलिए तारीखों में फेरबदल की गुंजाइश हो सकती है। चुनाव भी गर्मियों के इन्हीं महीनों में होगा। आपको याद होगा कुछ बार आईपीएल को देश के बाहर भी कराना पड़ा है। मसलन, 2009 में चुनाव की वजह से पूरा टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में आयोजित कराया गया। सुरक्षा कारणों से सरकार ने इसे देश में कराने की इजाजत नहीं दी थी, बाद के वर्षों में भी आईपीएल के मैच खाड़ी के देशों में कराए गए हैं। कोरोनाकाल में जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा था, तब इन मैचों पर संकट आ गया था। साल 2020 और 2021 में आईपीएल का फाइनल मैच दुबई में हुआ था। 2021 में अप्रैल-मई में आधे मैच हो चुके थे, तभी कोविड की वजह से प्रतियोगिता रोक दी गई। बाद में अक्टूबर में ये मैच खाड़ी के देशों में हुए। 2024 के चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। जब मतदान की तारीखें आ जाएंगी, उसके बाद ही आईपीएल की पक्की डेट भी घोषित कर दी जाएगी। हो सकता है, मैचों को थोड़ा आगे पीछे करना पड़े।

चेन्नई और मुंबई हैं फेवरेट टीमें

आईपीएल में वैसे तो दस टीमें खेलती हैं लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस पर ही सबसे ज्यादा दांव लगता है। इन दोनों टीमों ने 5-5 बार यह चैंपियनशिप जीती है। अभिनेता शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार यह खिताब अपने नाम किया है। चेन्नई की टीम की लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह भारत के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी हैं। साल 2008 में जबसे आईपीएल का आगाज हुआ है, तभी से धोनी कप्तान के रूप में इस टीम से जुड़े हुए हैं। जो कंपनी इस टीम की मालिक है, वह भी धोनी को छोड़ना नहीं चाहती। तमाम खिलाड़ी टीम बदल कर इधर से उधर चले जाते हैं अथवा फ्रैंचाइजी कंपनियां ही उन्हें हटा कर नए को ले लेती हैं, मगर धोनी ने अपनी निष्ठा नहीं बदली। पिछले साल जब गुजरात टाइटंस को फाइनल में हरा कर चेन्नई पांचवीं बार चैंपियन बनी तो कयास लगाए गए कि 40 साल के धोनी अब संन्यास ले लेंगे। हालांकि, दर्शकों से मिल रहे बेशुमार प्यार को देखते हुए उन्होंने एक साल और खेलने का फैसला किया है। 2022 के सत्र में धोनी ने कप्तानी छोड़ कर रवींद्र जडेजा को सौंप दी लेकिन जडेजा इस भूमिका में बुरी तरह नाकाम रहे। लिहाजा टीम प्रबंधन ने धोनी को फिर कप्तान बना दिया। उधर, मुंबई आईपीएल की एक मजबूत टीम है। मुकेश अंबानी इसके मालिक हैं। पिछले साल तक रोहित शर्मा इसके कप्तान रहे। शुरुआती दौर में सचिन तेंदुलकर भी इसी टीम का हिस्सा रहे। रिटायर होने के बावजूद तेंदुलकर मेंटर के रूप में मुंबई की टीम से जुड़े हुए हैं। श्रीलंका के लसिथ मलिंगा और वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड लंबे समय तक मुंबई के लिए खेले। कुछ सत्रों में स्पिनर हरभजन सिंह भी इस टीम के सदस्य रहे। भारत के मौजूदा सफल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और टी-20 के स्टार बैटर सूर्यकुमार यादव भी इसी टीम से खेलते हैं। यही वजह है कि मुंबई टीम के प्रशंसक बड़ी संख्या में हैं, मगर इस बार हार्दिक पांड्या को लेकर और रोहित की जगह उन्हें कप्तान बना कर मुंबई टीम ने चैंकाने वाला निर्णय किया है। देखना होगा कि नए कप्तान की अगुवाई में यह टीम कैसा प्रदर्शन करती है। 2022 के सत्र में गुजरात और लखनऊ की टीमों के प्रवेश से आईपीएल में कुल दस टीमें हो गईं। अब मैच भी ज्यादा होने लगे। गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या थे, जिन्होंने पहले ही सत्र में अपनी टीम को आईपीएल का खिताब दिला दिया। इस कामयाबी के बाद वह देश भर में छा गए। पांड्या को भारत की टी-20 टीम का कप्तान भी बना दिया गया। इसी बीच, भविष्य को देखते हुए मुंबई इंडियंस ने हार्दिक को गुजरात से छीन कर अपने पाले में कर लिया। उन्हें अपनी टीम का नया कप्तान भी घोषित कर दिया। रोहित शर्मा के प्रशंसकों को यह बात नागवार लगी, मगर वनडे विश्व कप के दौरान लगी चोट के कारण वह लंबे समय से मैदान से बाहर हैं। हाल में एक बड़ी खबर यह आई कि जून में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया है जबकि सब लोग यह मानकर चल रहे थे कि अब टी-20 में हार्दिक ही भारत के भी कप्तान रहेंगे। शीर्ष स्तर पर क्या खींचतान चल रही है, यह तो वही लोग जानें लेकिन रोहित की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं। वजह, वनडे विश्व कप में वह देश को खिताबी जीत नहीं दिला सके।

लखनऊ की टीम को दिखाना होगा दम

दो साल पहले गुजरात के साथ ही लखनऊ की टीम का आईपीएल में पदार्पण हो गया है, मगर अभी तक यह टीम कोई कमाल नहीं दिखा सकी है। पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर मेंटर के रूप में इस टीम से जुड़े थे लेकिन इस सत्र में उन्होंने लखनऊ सुपर जाएंट्स का साथ छोड़ दिया है। जहां तक कप्तान की बात है, तो केएल राहुल 2022 से ही यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। पिछले साल इकाना स्टेडियम में एक मैच के दौरान उन्हें चोट लग गई। इस वजह से वह टूर्नामेंट के बीच में ही खेल से बाहर हो गए। इस समय भारतीय टीम के साथ वह हैं लेकिन चोट से फिर परेशान हैं। वह फिटनेस की समस्या से लगातार जूझ रहे हैं। देखना है कि आईपीएल शुरू होने तक वह पूरी तरह फिट हो पाते हैं या नहीं। उनकी जगह किसी नए खिलाड़ी को कप्तान बनाना उचित होगा। पिछले कुछ समय से राहुल का प्रदर्शन अच्छा नहीं चल रहा है। लखनऊ की टीम से गेंदबाज आवेश खान भी हट गए हैं। फाइनल तक पहुंचने के लिए इस टीम को कड़ी मेहनत करनी होगी। अंतिम रूप से टीमों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। कोलकाता के कप्तान श्रेयस अयर के साथ भी चोट की समस्या बनी रहती है। पिछला पूरा सत्र वह नहीं खेल पाए। भारतीय टीम के साथ खेलते हुए वह फिर घायल हो गए हैं। यह भी पढ़ेंः-सीएम योगी ने बांटे नियुक्ति पत्र, कहा- पहली बार इतनी जल्दी पूरी हुई कोई भर्ती प्रक्रिया दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत दुर्घटना के बाद एक साल से मैदान से बाहर हैं। इस बार भी उनका खेलना संदिग्ध है। हार्दिक के मुंबई के साथ चले जाने से गुजरात टाइटंस ने शुभमन गिल को कप्तान बनाया है। आईपीएल के इस सत्र के लिए सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क पर बोली लगी है। उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 24.75 करोड़ रुपए में खरीदा है। वह आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। आदर्श प्रकाश सिंह (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)