छत्तीसगढ़

दुर्ग बस हादसे में आश्रितों को 10-10 लाख रुपये और नौकरी का ऐलान

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Durg Bus Accident: राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर मंगलवार की रात एक निजी कंपनी के कर्मचारियों की बस के खाई में गिर जाने से 13 लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। जिला प्रशासन ने घटना के कारणों की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। कंपनी प्रबंधन ने मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है।

राज्यपाल हरिचंदन  हादसे पर जताया दुख

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हुए बस हादसे पर राज्यपाल हरिचंदन ने ट्विटर पर लिखा कि कल कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर एक निजी कंपनी के कर्मचारियों से भरी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से 13 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। । महाप्रभु श्री जगन्नाथ दिवंगत आत्माओं को मोक्ष और दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

दरअसल, मंगलवार की रात जिले के कुम्हारी थाना अंतर्गत रायपुर-दुर्ग मार्ग पर कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टिलर्स के कर्मचारियों से भरी बस 40 फीट गहरी मुरुम खदान में गिर गई थी। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है जबकि 15 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं फैक्ट्री प्रबंधन ने यह भी कहा है कि हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा और प्रत्येक मृतक के परिवार के एक सदस्य को कंपनी में नौकरी दी जाएगी। जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपये दिये हैं। कंपनी प्रबंधन ने हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि की है।

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कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने क्या कहा?

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने कुम्हारी बस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश देते हुए कहा कि जो भी जिम्मेदार दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पूरी जांच के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। घटना के बाद घायलों और कुम्हारी के लोगों के बयान सामने आये हैं, जिसके मुताबिक बस की फिटनेस, खदान को खुला छोड़ दिये जाने, खराब सड़क और प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं किये जाने की बातें सामने आ रही हैं। कंपनी। जिला प्रशासन ने परिवार को आश्वासन दिया है कि हादसे की निष्पक्ष जांच होगी। इस हादसे की जांच के लिए स्थानीय कार्यकारी मजिस्ट्रेट छत्तीसगढ़ डिस्टिलरीज कंपनी पहुंचे हैं और अपनी जांच शुरू कर दी है।

इंटर स्टेट डिपार्टमेंट लीड एजेंसी रोड सेफ्टी छत्तीसगढ़ के चेयरमैन, एआईजी ट्रैफिक संजय शर्मा और उनकी टीम भी मौके पर पहुंच गई है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। यह टीम लापरवाही, मानवीय भूल समेत कई बिंदुओं पर बस की स्थिति की जांच करेगी।

इस हादसे में अब तक जिन मृतकों की पहचान हुई है उनमें कौशल्या निषाद, राजू ठाकुर, त्रिभुवन पांडे, मनोज ध्रुव, मिकू भाई पटेल, कृष्णा, राम बिहारी यादव, कमलेश देशलरे, परमानंद तिवारी, पुष्पा देवी पटेल, शांति बाई देवांगन और अमित सिन्हा शामिल हैं। शामिल है।

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