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अति विशिष्ट अतिथि गृह ‘नैमिषारण्य’ का सीएम योगी ने किया उद्घाटन, बोले-अतिथियों को होगा बेहद सुखद एहसास

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लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नैमिषारण्य तीर्थ स्थल के नाम पर बना अति विशिष्ट अतिथि गृह का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस अतिथि गृह का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य संपत्ति विभाग की तरफ से किया गया है। मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री जैसी शख्सियतें यहां पर ठहर सकेंगी। उनके रुकने के लिए सभी जरूरी प्रोटोकॉल का पालन किया गया है। इस मौके पर स्थानीय विधायक व कानून मंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, सांसद अशोक बाजपेई, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल मौजूद रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अतिथियों के आने पर हमें होटल में रोकना पड़ता था। तमाम सुविधाओं से सुसज्जित एक अतिथि गृह आज तैयार हुआ है। यह इस क्षेत्र के लिए भी एक विशेष उपलब्धि है। नामकरण भी हम लोगों ने इसी रूप में किया है। नैमिषारण्य हमारा एक प्रमुख तीर्थ स्थान है। नैमिषारण्य का महत्व मां ललिता देवी के मंदिर से है। यहां पुराणों के वचन का कार्य भी संपन्न हुआ है। ललिता देवी का चित्र यहां देखने को मिल रहा है। हम चाहेंगे कि नैमिषारण्य का चित्र भी यहां लगाया जाए ताकि बाहर से आने वाले लोग नैमिषारण्य को देख सकें। उसके बारे में जान सकें। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस भवन में अतिथियों के रोकने के लिए कुल 73 कक्ष बनाए गए हैं। यह राज्य के अति विशिष्ट अतिथियों के रुकने के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करने में सक्षम होगा। जिसमें सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री को रोकने की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सारे प्रोटोकॉल यहां पालन किया जाएगा। विभिन्न राज्यों में स्थित हमारे अतिथि गृह और राजधानी लखनऊ में मौजूद अतिथि गृहों का नाम भी संस्कृति के आधार पर किया गया है। इसी कड़ी में इस अतिथि गृह का नाम भी तीर्थ स्थल ‘नैमिषारण्य’ के नाम पर किया गया है। यह हम सबके लिए बेहद सुखद एहसास है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य संपत्ति विभाग से मेरी यह आग्रह होगी कि संपत्ति खड़ा कर देना कोई महत्वपूर्ण बात नहीं है, उसको सतत रूप से आगे बढ़ा सकें, उसकी देखरेख करें, इस पर हमें ऊर्जा खर्च करनी होती है। इसके लिए हमें पहले दिन से ही योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा। हरिद्वार में भी हमारा एक अतिथि गृह बनकर तैयार किया गया है। ‘भागीरथ’ के नाम पर वह अतिथि गृह बनाया गया है। इसी कड़ी में बद्रीनाथ में भी उत्तर प्रदेश का अतिथि ग्रह बनकर तैयार हो रहा है। इस अवसर पर लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक व कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि यह हमारे क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है। नैमिषारण्य अतिथि गृह में होटल ताज से भी बेहतरीन कक्ष बनाए गए हैं। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया गया है। इस अतिथि गृह के बनने से क्षेत्र का विकास तो हुआ ही है मान भी बढ़ा है।

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गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने 8 अक्टूबर, 2021 को अपने लखनऊ, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में नौ अतिथि गृहों का नाम देश की प्रमिख नदियों या हिंदू धार्मिक स्थलों के नाम पर रखने का फैसला किया था। फैसले के साथ ही दिल्ली में यूपी भवन को संगम, यूपी सदन को त्रिवेणी, लखनऊ में महात्मा गांधी मार्ग पर अति विशिष्ट अतिथि गृह को साकेत, डालीबाग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस यमुना, विक्रमादित्य मार्ग और मीराबाई मार्ग पर स्थित गेस्ट हाउस को क्रमशः गोमती और सरयू तथा बटलर पैलेस कॉलोनी के गेस्ट हाउस को नैमिषारण्य नाम से जाना जाएगा। उसी कड़ी में मुंबई स्थित यूपी स्टेट गेस्ट हाउस को वृंदावन के नाम से जाना जाएगा, जबकि कोलकाता स्थित यूपी स्टेट गेस्ट हाउस गंगा कहा जाएगा। इस बदलावों की खास बात ये है की ज्यादातर अतिथि गृहों के नाम देश की बड़ी और प्रमुख नदियों के साथ ही तीर्थस्थलों के नाम पर रखे गए हैं जैसे, यमुना, गंगा, त्रिवेणी, गोमती और सरयु। योगी सरकार ने अपने नवी मुंबई स्थित उत्तर प्रदेश राज्य अतिथि गृह, वाशी, का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश राज्य अतिथि गृह ‘वृन्दावन’, वाशी, नवी मुंबई कर दिया है।

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