
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पर्यावरण संकट पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर हम सब अगर मिलकर चलेंगे तो पर्यावरण संकट में कमी आएगी। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत 11 सूत्री कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना जरूरी है।
(2/2)आने वाली पीढ़ियों की रक्षा के लिए हम सभी का बुनियादी दायित्व है कि पर्यावरण की रक्षा करें। जल और हरियाली के बीच जीवन है, जल और हरियाली है तभी जीवन है। हम सब अगर मिलकर चलेंगे तो पर्यावरण संकट में कमी आएगी।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) June 1, 2021
उन्होंने आगे लिखा कि आने वाली पीढ़ियों की रक्षा के लिए हम सभी का बुनियादी दायित्व है कि पर्यावरण की रक्षा करें। जल और हरियाली के बीच जीवन है, जल और हरियाली है तभी जीवन है। हम सब अगर मिलकर चलेंगे तो पर्यावरण संकट में कमी आएगी। मुख्यमंत्री पर्यावरण संतुलन को लेकर प्रारंभ से ही संवेदनशील माने जाते हैं। इससे पहले सोमवार को नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि झारखंड से बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण 9 प्रतिशत रह गया था। वर्ष 2012 में बिहार में हरियाली मिशन की शुरूआत की गई और 24 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया, जिसमें 22 करोड़ से ज्यादा वृक्षारोपण किया गया है।
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उन्होंने आगे कहा कि पृथ्वी दिवस, 9 अगस्त 2020 तक 2.51 करोड़ पौधे लगाये जाने के लक्ष्य के विरुद्ध 3.47 करोड़ पौधे लगाये गये। अब राज्य का हरित आवरण 15 प्रतिशत हो गया है और 17 प्रतिशत हरित आवरण प्राप्त करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है।