प्रदेश छत्तीसगढ़

Chhattisgarh: चिटफंड घोटाले को लेकर सियासत तेज, वित्त मंत्री से मिलने को तैयार बघेल व रमन!

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बघेल

रायपुर : छत्तीसगढ़ में चिटफंड घोटाले (chit fund scam) को लेकर सियासत तेज हो गई है और वार-पलटवार चल रहे हैं, मगर खास बात यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) हों या पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह दोनों ही जांच के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात के लिए तैयार हैं। छत्तीसगढ़ में बीते सालों में चिटफंड कंपनियों ने गरीब लोगों का लगभग साढे छह हजार करोड़ रुपये हजम कर लिया है और वे भाग गई हैं। राज्य में सत्ता बदलाव के बाद भूपेश बघेल के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार ने यह राशि प्रभावित परिवारों को वापस दिलाने के लिए अभियान चलाया है, अब तक लगभग 40 करोड़ की रकम पीड़ितों को चिटफंड कंपनियों के जरिए वापस भी दिलाई जा चुकी है, ऐसा दावा सरकार की ओर से किया जाता रहा है।

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चिटफंड घोटाले (chit fund scam) को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच वार पलटवार होते रहे हैं और उनकी सियासी अदावत चिटफंड को लेकर किसी से छुपी नहीं है। मुख्यमंत्री बघेल तो रमन सिंह के परिवार तक पर निशाना साधने से नहीं चूकते। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चिटफंड (chit fund scam) मामले को लेकर ट्वीट कर भूपेश बघेल पर हमला बोला और कहा, भूपेश जी, एक ह्यझूठह्य छिपाने कितने ह्यझूठह्य बोलेंगे! अब इधर-उधर की बातें छोड़िए-सीधे चिटफंड (chit fund scam) की जांच पर आते हैं, आप मुख्यमंत्री हैं, केन्द्रीय वित्त मंत्री जी से ईडी से जांच के लिए समय मांगिए, जहां, जब, जैसे भी चलना है बताईए- मैं आपके साथ चलने तैयार हूं। बस अब और झूठ और बहाने नहीं!

रमन सिंह के इस बयान पर भूपेश बघेल ने पलटवार किया और कहा, डॉक्टर साहब आपके आग्रह के पहले ही मैंने 27 जून को इस विषय पर प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखा है, जहां तक कार्यवाही का प्रश्न है अब बात जब भाजपा नेताओं की होती है तो मुलाकात से तो बात बनेगी नहीं, धरना देना पड़ेगा। एक अन्य ट्वीट में भूपेश बघेल ने लिखा है, मैं एफआईआर की कॉपी निकलवा लेता हूं आप कोरोना से स्वस्थ हो जाएं, चलते हैं फिर दिल्ली, लगे हाथ के द्वारा बंद की गई जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि को बंद न करने का अनुरोध भी कर लेंगे।

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