गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बजट चाहे केन्द्र का हो या राज्य का, दोनों सरकारों ने बजट विकास और रोजगार पर केन्द्रित करते हुए प्रस्तुत किया है। विकास का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। प्रदेश का कोई जनपद, लोकसभा व विधानसभा क्षेत्र, विकास खण्ड या गांव ऐसा नहीं होगा, जहां विकास की कोई परियोजना न आई हो। जनपद गोरखपुर इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री योगी ने रामगढ़ताल स्थित ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ पार्क में 130 करोड़ 59 लाख रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने 76.39 करोड़ की 9 परियोजनाओं के लोकार्पण और 54.20 करोड़ की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही शहर के पटरी व्यवसायियों को व्यवसाय के लिए तीन स्थानों पर वेंडिंग जोन भी समर्पित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास कार्यों को संकल्प के साथ आगे बढ़ाया है। गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना इसी वर्ष जब चलता हुआ दिखाई देगा तो एक नए भारत की नई तस्वीर दिखेगी। गोरखपुर भी उसके साथ जुड़ता हुआ दिखाई देगा। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष गोरखपुर में एम्स को स्थापित करने की बात कही थी। वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शिलान्यास किया। इस वर्ष के अंत में एम्स का लोकार्पण किया जाएगा।
यह भी पढ़ें-भारत-चीन समझौते का रूस ने किया स्वागत, जताई ये उम्मीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी सरकारें थीं जिनके एजेंडे में गांव और गरीब नहीं था। गोरखपुर में मुश्किल से तीन-चार घंटे बिजली मिलती थी। प्रदेश में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। रोजगार सृजन, नए उद्योगों की स्थापना, चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी तथा प्रदेश में तीन लाख करोड़ के निवेश से 35 लाख नौजवानों को निजी क्षेत्र में नौकरी मिली है। इसके साथ ही स्वरोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से 8 जगहों के लिए हवाई सेवा है। सड़कों का चैड़ीकरण हुआ है। कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। यह विकास की सोच है, जिससे रोजगार का भी सृजन हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी महीने गोरखपुर को चिड़ियाघर मिलने जा रहा है। शेर यहां आ चुके हैं। यह प्रदेश का अब तक का सबसे बेहतरीन जू है। यह मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्धन का भी माध्यम बनेगा।