रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन की मंशा के अनुरूप ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड स्वरोजगार का पर्याय बना है। मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में एक ओर जहां विश्व की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, वहीं छत्तीसगढ़ राज्य में आर्थिक ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी आई है।
कोरोना संक्रमण जैसी संकट की घड़ी में भी छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग लोगों को रोजगार दिलाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने में अपनी सहभागिता निभाई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड ने बीते दो सालों में 19 हजार 26 लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा गया है। ग्रामोद्योग संचालक सुधाकर खलखो ने बताया कि छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत बीते पौने दो सालों में 1479 स्व-रोजगार इकाई स्थापित कर 11,832 लोगों को रोजगार दिया गया है। इसी अवधि में मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत 1069 इकाईयां स्थापित की गई जिसके जरिए 7194 लोगों को रोजगार मिला है।
यह भी पढ़ें- कानपुर में फर्जी दस्तावेजों से जमानत करा खुलेआम घूम रहे 125 शातिर अपराधीउन्होंने बताया कि कारीगर प्रशिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा अब तक 437 युवक-युवतियों को बुनाई का प्रशिक्षण दिया गया है। श्री खलखो ने बताया कि खादी उत्पादन केंद्र द्वारा अब तक 7 करोड़ 84 हजार रुपए का खादी वस्त्रों का उत्पादन कर 1684 कत्तिन-बुनकरों को रोजगार दिया गया है। खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड से जुड़कर जहां ग्रामीणों को स्वरोजगार मिल रहा है वहीं उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही है।