रायपुर: केंद्रीय हज कमेटी ने छत्तीसगढ़ के सभी 431 आवेदनों को स्वीकृत कर लिया है। यानी छत्तीसगढ़ जिले से इस साल 431 जायरीन हज यात्रा (Haj pilgrimage) पर जाएंगे। शासन से मिली जानकारी के अनुसार राज्य की हज कमेटी के अनुरोध को स्वीकार करते हुए इस बार कोई लॉटरी नहीं निकली गई और सभी आवेदन स्वीकार कर लिए गए हैं।
ये भी पढ़ें..आम आदमी पर महंगाई की चौतरफा मार, टमाटर सहित हरी सब्जियों के दाम बढ़े
हज यात्रा (Haj pilgrimage) पर जाने के लिए सूरजपुर से केवल एक यात्री और दुर्ग जिले से सबसे ज्यादा 77 यात्रियों को मौका मिला है। जबकि पांच जिले ऐसे हैं, जहां से एक भी आवेदन सरकार को नहीं मिला है। मुंगेली, बालोद, बीजापुर, नारायणपुर, जशपुर जिलों से इस बार हज यात्रा (Haj pilgrimage) के लिए किसी ने भी आवेदन नहीं किया था। राज्य के सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। कुल 431 यात्री इस साल जाएंगे। इससे पहले 2018 में 423 और 2019 में 434 यात्री गए थे।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के प्रतिबंध के कारण पिछले दो सालों से हज यात्रा पर प्रतिबंध लगा था, जिसके कारण जायरीन हज यात्रा नहीं कर पाए थे। इस साल हज यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं।वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना महामारी के चलते लगे प्रतिबंध की वजह से कोई भी हज यात्रा (Haj pilgrimage) पर नहीं जा सका था।
6-7 जून को उड़ेगी पहली फ्लाइट
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हज यात्रा के लिए पहली फ्लाइट 6-7 जून को रवाना होगी। हज यात्रा पर सब्सिडी हटाने को लेकर उनका कहना है कि सब्सिडी हटाने के बाद भी लोगों की जेब पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पिछले कई सालों से लोगों के साथ राजनीतिक छलावा किया जा रहा था।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)