
बेगूसराय: प्रकृति पूजन के महापर्व छठ को लेकर हर ओर लोकगीत और प्रसाद की सोंधी खुशबू छा गई है। सूर्योदय काल के पहले से ही तमाम घरों में ठेकुआ, पिरकिया, लड्डू सहित अन्य प्रसाद आस्था और सुचिता के साथ बनाए जा रहे हैं, जिसको लेकर गांव से शहर तक की गलियों में आत्ममुग्ध कर देने वाली खुशबू छा गई है। प्रवासियों के हलचल से गांव गुलजार हो गया है, देश-विदेश में रहने वाले अधिकतर लोग छठ पर्व में शामिल होने के लिए अपने गांव आ चुके हैं तो सामाजिक समरसता की अद्भुत मिसाल दिख रही है। जातिवाद का चाहे लोग जितना भी हल्ला करें, लेकिन बनाए जा रहे छठ घाटों पर ना कोई जातिभेद दिख रहा है ना कोई वर्ग भेद, सभी जाति और समुदाय के लोग मिलजुलकर घाट तैयार कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर छाये छठ के गीत-
उदयाचल गांव में उगते हुए सूर्य की तो दुनिया में सभी पूजा करते हैं, लेकिन डूबते सूर्य की पूजा का यह बिहारी पर्व आज जब ग्लोबल होकर पूरी दुनिया में छा गया है तो सोशल मीडिया के भी तमाम प्लेटफार्म पर छठ के गीत, छठ की बधाई और इसकी प्रासंगिकता दिख रही है। आज रविवार को जब संध्याकालीन अर्घ्य होना है तो इसको लेकर सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म टि्वटर, फेसबुक, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप पर लोग बधाई दे रहे हैं।

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पंचायती राज मंत्री व राज्यसभा सदस्य ने दीं शुभकामनाएं -
केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अपने सभी सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों को बधाई दे रहे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा है कि सनातन की सुंदरता का इससे अच्छा रूप और क्या हो सकता है कि सनातनी डूबते सूर्य की भी पूजा करते हैं। सूर्य देव को अर्घ्य देने की तैयारी पूरी कर ली गई है। कण-कण भक्तिमय है, उत्साह और भक्ति अपने चरम पर है। सभी को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा अपने गांव बेगूसराय के मनसेरपुर आए तो यहां अपने परिजनों के साथ छठ की तैयारी में लगे हैं तथा लोगों को बधाई एवं शुभकामना दिया है। उन्होंने छठ का एक गीत भी शेयर किया है।
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