यमुनानगरः कोरियर भेजने के नाम पर ठगी का नेटवर्क चलाने वाले मास्टर माइंड नीतीश कुमार को जिला साइबर क्राइम टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे सात दिनों की रिमांड पर लिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि जिला साइबर क्राइम थाना की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर बिहार के कटिहार में साइबर ठगी के 12 आरोपियों को 30 मोबाइल और आठ लैपटॉप समेत गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जगाधरी के वार्ड नंबर 6 से कुरियर भेजने के नाम पर साइबर ठगी के आरोपी प्रीति जौहर को बिहार के गांव हरियो निवासी नीतीश कुमार को कटिहार से गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने 19 मार्च को हरिओ गांव के साजीत कुमार को गिरफ्तार किया था। तभी से इस मामले में जांच चल रही थी। उन्होंने कहा कि शेष 11 आरोपियों के खिलाफ कटिहार में एक अलग मामला दर्ज किया गया था, जिन्हें आगे की जांच के लिए कटिहार पुलिस को सौंप दिया गया।
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उन्होंने बताया कि पार्षद प्रीति जौहर ने ब्लू डार्ट कूरियर कंपनी के माध्यम से हरिद्वार से कुछ सामान मंगवाया था। 2 मार्च को उसके मोबाइल पर वाट्सएप मैसेज और कॉल आया। आरोपी ने खुद को ब्लू डार्ट कंपनी का अधिकारी बताया और ट्रैक आईडी को वेरिफाई करने के बाद प्रीति जौहर ने भेजे गए लिंक पर अपने यूपीआई से पैसे ट्रांसफर किए थे। करीब एक घंटे के बाद कुरियर से सामान मिल गया। इस बीच छह अलग-अलग समय में उनके खाते से चार लाख 45 हजार 996 रुपये कट गए। जैसे ही उन्हें इस पैसे के कटने की जानकारी हुई उन्होंने बैंक से स्टेटमेंट ले लिया। इस बयान में एक मोबाइल नंबर था। जिस पर 40 हजार रुपए भी ट्रांसफर कर दिए।
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