मुंबई: मुंबई की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख चंदा कोचर, उनके व्यवसायी पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोचर को 23 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और धूत को 26 दिसंबर को, आज उनकी सीबीआई रिमांड समाप्त होने के बाद विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो के समक्ष उनको पेश किया गया।
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चूंकि जांच एजेंसी को आईसीआईसीआई-वीडियोकॉन धोखाधड़ी मामलों में आगे हिरासत में पूछताछ के लिए उनकी आवश्यकता थी, इसने एक पखवाड़े के लिए न्यायिक हिरासत मांगी, जिसे 10 जनवरी, 2023 तक के लिए मंजूर कर लिया गया।
2019 में दर्ज हुआ था मुकदमा -
जनवरी 2019 में चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी में नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को भी आरोपी बनाया गया था। साल 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का ऋण मिलने के महीनों बाद धूत ने कथित तौर पर नूपावर में करोड़ों रुपये का निवेश किया।
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