Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से देर रात ही कानपुर सहित उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा और हल्की बारिश हुई। शनिवार को कुछ घंटो को छोड़ आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही। इससे दिन का तापमान सामान्य से कम हो गया तो वहीं रात में बादलों के आने से तापमान सामान्य से अधिक रहा। मौसम विभाग का कहना है कि, अभी दो दिन और मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना है, साथ ही स्थानीय स्तर पर ओलावृष्टि के आसार बने हुए हैं।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि, पश्चिमी विक्षोभ को उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर पश्चिमी अरब सागर तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण को अब पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक प्रेरित निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल, संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तर-पूर्वी बिहार के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम पर है। बताया जा रहा है कि, पांच मार्च की रात से एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र की ओर आ सकता है। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में चार मार्च की दोपहर तक बारिश होने की संभावना बनी हुई है। इस दौरान मेघ गर्जन और ओलावृष्टि भी कहीं कहीं हो सकती है जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है कि इस दौरान फसलों में सिंचाई के कार्य को स्थगित रखें।
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