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Chana Khane Ke Fayde: चने का सेवन करने से शरीर को मिलते हैं कई फायदें

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Chana Khane Ke Fayde: चने का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी हेल्दी माना जाता है। चने खाने के फायदे (Chana Khane Ke Fayde) जानकर आप हैरान हो जाएंगे। चना मुख्य रूप से आयरन का काफी अच्छा स्त्रोत है। इसके अलावा ये प्रोटीन, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे खाने के बहुत से तरीके होते है, आप चाहें तो आप इसका सेवन भीगोकर व किसी रेसिपी के रुप में कर सकते है। खाली पेट चना खाने से शरीर की कई परेशानियां दूर हो सकती है। आईये हम आपको बताते है चने खाने के फायदें। chana-khane-ke-fayde

हीमोग्लोबिन की कमी को करता है पूरा

अगर आप शाकाहारी है तो आपके लिए चने एक बेस्ट ऑपशन है। इसके अलावा इसमें आयरन भी भरपूर रूप से होता है। सुबह खाली पेट चना भीगोकर खाने से आप इसका सेवन कर सकते हैं। इसमें हीमोग्लोबिन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। रोजाना इसका सेवन करने से थकान और कमजोरी महसूस नही होती है। अगर आप रोजाना ब्रेकफास्ट में भीगे चने का सेवन करते है तो इससे आप पूरे दिन एनर्जेटिक रहेंगे।

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद

चने में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स की मात्रा ज्यादा होती है। इससे आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। इसके अलावा इसमें मौजूद पोषक तत्व ब्लड क्लोटिंग की परेशानी को कम करता है।

वजन घटाने में प्रभावी

सुबह-सुबह खाली पेट भीगे हुए चने खाने से आपका वजन कंट्रोल रहता है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा रख सकता है।

बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है

भीगे हुए काले चने में घुलनशील फाइबर होता है, जो शरीर में बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने में प्रभावी हो सकता है। अगर आप बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को घटाना चाहते हैं, तो इसका सेवन करें। इससे हार्ट हेल्थ में भी सुधार हो सकता है।

पेट की समस्याओं से निजात

पेट की समस्याएं हर बीमारी की जड़ होती हैं। ऐसे में पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए चने को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दीजिये, इसके बाद सुबह इसमे नमक, अदरक, जीरा, मिलाकर खाने से पेट से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पा सकते है।

शरीर की गंदगी साफ करना

काला चना शरीर के अंदर की गंदगी को अच्छे से साफ करता है। जिससे डायबिटीज, एनीमिया जैसी परेशानियां दूर होती हैं।

मूत्र संबंधी रोग  

मूत्र से संबंधित किसी भी रोग में भुने हुए चनों का सवेन करना चाहिए। इससे बार-बार पेशाब आने की दिक्कत दूर हो जाती है।

सेहत के लिए फायदेमंद चने का सत्तू

चने का सत्तू भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद औषघि है। शरीर की क्षमता और ताकत को बढ़ाने के लिए गर्मीयों में आप चने के सत्तू में नींबू और नमक मिलकार पी सकते हैं। यह भूख को भी शांत रखता है।

पथरी की समस्या में फायदेमंद होता है चना

अगर आपको पथरी की समस्या है तो एैसे में आप चने को रातभर भिगोए इसके बाद चने में थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें। नियमित इन चनों का सेवन करने से पथरी आसानी से निकल जाती है।

कैसे बनाएं चने का सलाद

1 कटोरी चने को रात में भीगों दे उसके बाद सुबह इसका सारा पानी निकालकर उसमें कटा हुआ प्याज, धनियां, हरी पत्तेदार सब्जी, नींबू का रस, काला नमक और मूंगफली के दाने मिला सकते है। साथ ही आप उसमें 1 चम्मच आलिव ऑयल भी डाल सकते है। रोजाना चने का सलाद खाने से शरीर की छोटी से बड़ी सभी बिमारियां खत्म हो सकती है। इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही इसमें हरी पत्तेदार सब्जियां मिलाने से ये विटामिन और मिलरल्स से भरपूर बेस्ट ऑपशन है।

चने का बेसन

चने का बेसन एक बहुत लोकप्रिय पीसा हुआ अनाज है जो लगभग हर भारतीय रसोई में प्रयोग होता है। ये न केवल मिठाई बनाने में उपयोगी होता है। बल्कि, ये नमकीन डिश के साथ साथ सब्ज़ी बनाने के भी काम आता है। इसके अलावा आप फेसवाश या बेसन का फेस मास्क भी बना सकते है। बेसन का फेस मास्क चेहरे के लिए काफी अच्छा होता है।

चना के बेसन और चने के सत्तू में क्या अंतर है?  

चने का प्रयोग मनुष्य प्राचीन काल से ही करता आया है। यह एक बहुत ही लोकप्रिय खाद्य है। इसे कई तरह से प्रयोग किया जाता है। सीधे चने के रूप में, दाल के रूप में, बेसन की तरह या फिर सत्तू के तौर पर। चने का यह दोनों ही रूप हमारे खाने में कई तरह से काम आता है और ये दोनों ही न केवल हमारे भोजन को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर होता है। आईये हम आपको बताते है चने के बेसन और सत्तू के बीच क्या अंतर है।
  • चने के बेसन से कई स्नैक्स (Snakes)जैसे सेव, नमकीन, पापड़ी, और सब्ज़ी आदि बनाई जाती है।
  • चने के सत्तू से स्वादिष्ट एनर्जी ड्रिंक बनाई जा सकती है। इसके अलावा इसे आटे में भी गूँथ कर रोटी बनाई जा सकती  है।
  • चने के बेसन से फेसवाश भी किया जा सकता है। लेकिन चने के सत्तू से फेसवाश नही किया जा सकता है।
  • चने के सत्तू को स्वादिष्ट पराठे और बाटी या लिट्टी में स्टफिंग के रूप में प्रयोग कर सकते है। लेकिन चने के बेसन को स्टफिंग के रूप में नहीं प्रयोग किया जा सकता है।
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चने और छोले में क्या अंतर है?

चने का मतलब काले चने से लिया जाता है, जिनको आमतौर पर लोग भिगोकर व सलाद के रुप में इस्तेमाल करते है। इसके कई फायदें होते है। छोले चने सफेद होते है कहीं कहीं इन्हें तुर्की चने भी कहा जाता है, इन छोले चने का इस्तेमाल सब्जी बनाने के लिए किया जाता है। ये चने भी पोषक तत्वों से भरपूर होते है।

चने में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं?

चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम आयरन और विटामिन्स पाए जाते हैं। शरीर में खून की कमी, कब्ज, डायबिटिज, और पीलिया जैसी बिमारियों के लिए चने का प्रयोग करना लाभकारी माना जाता है।

चने किस प्रकार है लाभकारी  

  • चना एक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन है। वे पौधे-आधारित प्रोटीन, आहार फाइबर, जटिल कार्बोहाइड्रेट और लोहा, फास्फोरस, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। इनमें फोलेट और विटामिन बी6 जैसे विटामिन पाये जाते है।
  • भुने चने में हाई फाइबर सामग्री स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देती है और कब्ज को रोकने में मदद करती है। यह नियमित  मल त्याग में सहायता करता है।chana
  • चने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका मतलब ये है कि, रक्तप्रवाह में ग्लूकोज छोड़ता है। जिसकी वजह से शूगर कंट्रोल होती है।
  • चने में मौजूद फाइबर, पोटेशियम और मैग्नीशियम हृदय स्वास्थ्य में फायदेमंद होते है। फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जबकि पोटेशियम और मैग्नीशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। चने का नियमित सेवन करने से हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
  • चना पोषक तत्वों से भरपूर है ये वजन कम करने में मदद करता है। इसमे मौजूद प्रोटीन और फाइबर भूख को कंट्रोल करता है। जिससे आप बार बार खाने से बच सकते है।
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