Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि के साथ ही मां शक्ति की उपासना आज से शुरू हो गई है। मंदिरों और घरों में सुबह 6 बजे से घटों की स्थापना शुरू हो गई है। चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से ही नया हिंदू वर्ष प्रारंभ हो जाता है। नवरात्रि पर्व के पहले दिन मंगलवार को घरों और मंदिरों में घाट स्थापित कर नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष पूजा का विधान शुरू हुआ।
इस बार घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां आदिशक्ति
इस बार चैत्र नवरात्रि पूरे नौ दिनों तक रहेगी। शुक्ल और ब्रह्म योग में प्रारंभ होने वाले नवरात्रों में देवी की आराधना विशेष फलदायी होगी। इस बार आदिशक्ति मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी और हाथी पर सवार होकर जाएंगी। यदि नवरात्रि सोमवार या रविवार को शुरू होती है, तो इसका मतलब है कि देवी मां हाथी पर आएंगी।
बुधवार के दिन जब नवरात्रि पूजा प्रारंभ होती है तो माता नाव पर सवार होकर आती हैं। इसके अलावा जब गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि शुरू होती है तो माता डोली पर सवार होकर आती हैं। लेकिन घोड़े को मां दुर्गा का शुभ वाहन नहीं माना जाता है। ये युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं का संकेत देता है। सत्ता में परिवर्तन होता है। विशेष नक्षत्रों और योगों के साथ नवरात्रि का आगमन मानव जीवन पर विशेष प्रभाव डालता है।
ये भी पढ़ेंःChaitra Navratri 2024: नवरात्रि पर इस दिशा में स्थापित करें मां दुर्गा की मूर्ति, प्राप्त होगी विशेष कृपा
शुभ मुहूर्त एवं तिथि
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि का आरंभ होता है। इस वर्ष चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा तिथि 08 अप्रैल को रात्रि 11:50 बजे प्रारंभ हो चुकी है और यह तिथि 09 अप्रैल को रात्रि 08:30 बजे समाप्त होगी। हिंदू धर्म में उदया तिथि मानी जाती है इसलिए आज 09 अप्रैल को घटस्थापना है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी आज प्रतिपदा तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहा है। इस दिन सुबह 07 बजकर 32 मिनट से अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। ये दोनों योग शाम 05:06 मिनट तक रहेंगे।
घटस्थापना
घटस्थापना मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 02 मिनट से सुबह 10 बजकर 16 मिनट
तकअवधि- 4 घंटे 14 मिनट
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 57 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक।