नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के चीफ डॉक्टर उमर अहमद इलियासी को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है। इमाम ने हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थी। सूत्रों के मुताबिक जबसे इमाम उमर अहमद इलियासी ने मोहन भागवत से मुलाकात कर उन्हें राष्ट्रपिता बताया था, उसके बाद से ही उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थी। इसकी रिपोर्ट खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो ने गृह मंत्रालय को दी थी।
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जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक इमाम इलियासी ने सोशल मीडिया पर भी धमकी मिलने की बात कही थी। वहीं हाल ही वो पीएफआई पर बैन का समर्थन भी कर चुके हैं। इन्हीं सब वजहों के चलते उन्हें देश और विदेश से लगातार धमकियों वाले फोन आ रहे थे।
धमकियों के बाद भी अपने शब्दों पर कायम
वहीं धमकी के बावजूद चीफ इमाम अपने शब्दों पर कायम रहे। इमाम का कहना था कि मोहन भागवत को उन्होंने बुलाया था। उन्हें राष्ट्रपिता और राष्ट्रऋषि बोला था इन शब्दों को वह वापस नहीं लेंगे, परिणाम चाहे जो भी हो। चीफ इमाम ने बताया था कि उन्होंने थाने में धमकी को लेकर शिकायत दी और सरकार और एजेंसियों को इसकी जानकारी है। बता दें कि चीफ इमाम के पास पहले से ही सुरक्षा मौजूद थी। गौरतलब है कि आल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन अपने को सबसे बड़ा इमाम संगठन बताता है और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मान्यता होने का दावा करता है। डॉक्टर उमर अहमद इलियासी इसी संगठन के प्रमुख हैं।
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