नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को भी नगर निगम का अतिक्रमण अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहेगा। वहीं दूसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने इस अभियान पर एक रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिमी दिल्ली के केशोपुर गांव और वार्ड नंबर 83-एन में सिविल लाइंस क्षेत्र के आसपास अतिक्रमण हटाया जाएगा। केशोपुर के अलावा सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र में बुलडोजर (Bulldozer) चलने की संभावना है। बता दें कि दिल्ली में अतिक्रमण हटाओ अभियान 31 मई तक चलेगा। एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, यह अभियान 'पीर बाबा मजार' से 908 पुराने बस टर्मिनल मछली बाजार सुल्तानपुरी तक चलाया जाएगा।
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इस बीच, दिल्ली सरकार ने तीनों सिविक एजेंसियों से इस अभियान पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से शहर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस अभियान को भारत की आजादी के बाद से देश में सबसे बड़ी तबाही करार दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, नगर निगम दिल्ली की सभी अनधिकृत कॉलोनियों को ध्वस्त करने की योजना बना रही हैं।
इन कॉलोनियों में 50 लाख से ज्यादा लोग रह रहे हैं। उनकी योजना है कि दिल्ली की सभी झुग्गी बस्तियों को ध्वस्त कर दिया जाए। दिल्ली की मलिन बस्तियों में करीब 10 लाख लोग रहते हैं। मेरा मानना है कि भारत को आजादी मिलने के बाद यह सबसे बड़ी तबाही होगी। मुख्यमंत्री ने आगामी नगर निगम चुनावों में जीत हासिल करने के बाद इन सभी समस्याओं का समाधान करने का वादा किया है।
गौरतलब है कि दिल्ली के दंगा प्रभावित जहांगीरपुरी में एमसीडी के बुलडोजर (Bulldozer) एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से रोक लगाई गई थी। इसके बाद से ही शाहीनबाग समेत दूसरे जगहों पर लगातार अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है। इसको लेकर वहां के स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा दिख रहा है। जबकि इस पूरी कार्रवाई का दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की तरफ से भी विरोध किया जा रहा है।
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