निकाय चुनाव की समीक्षा के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बसपा
Published at 18 May, 2023 Updated at 19 May, 2023
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नगर निकाय चुनाव में मिली हार और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अहम बैठक की। पार्टी मुख्यालय में आयोजित इस बैठक में वरिष्ठ नेता, 18 मंडलों, 75 जिलों के जिला अध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में सबसे पहले प्रदेशस्तरीय और उसके बाद मंडल व जिलावार पदाधिकारियों की समीक्षा की गई। पदाधिकारियों से मिले फीडबैक के मुताबिक चुनाव के दौरान खासकर भाजपा और सपा द्वारा साम, दाम, दंड, भेद आदि अनेकों प्रकार के घिनौने हथकंडे अपनाए। चुनाव में भाजपा की सरकार ने सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया। मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायतें भी सामने आयीं। इसकी वजह से अधिकांश मतदाता मतदान नहीं कर सके।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यह अति दुखद और लोकतंत्र के भविष्य के लिए अति-चिंतनीय है। मायावती ने कहा कि इन्हीं गंभीर हालात व चुनावी मुद्दों से निपटने और ठोस रणनीति बनाने के लिए यह बैठक बुलाई गयी है। बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर ’वोट हमारा राज तुम्हारा’ के प्रचलित हालात को आगामी लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर बदलने के सामूहिक प्रयास को जनता के बीच पहुंचाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि यूपी के करोड़ों लोग अपनी गरीबी, लाचारी तथा राज्य के पिछड़ेपन को दूर करके अपनी बेहतरी एवं अपने परिवार के उज्जवल भविष्य के लिए बदलाव चाहते हैं। उन्होंने पदाधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि बसपा को सत्ता परिवर्तन का सही व सार्थक विकल्प बनकर आगे लाना होगा। इसके लिए सभी लोगों को एकजुट होकर पूरे तन-मन से काम करने की जरुरत है। मायावती ने कहा कि आगे की चुनौतियों के मद्देनजर पार्टी संगठन में जरूरी सुधार और इस प्रक्रिया को निचले स्तर तक जारी रखना होगा।
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मायावती ने कहा कि पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए प्रयास करने होंगे। जिसका सामूहिक प्रयास पूरी मुस्तैदी और निष्ठा के साथ ही करना होगा। बसपा प्रमुख ने यूपी निकाय चुनाव में तमाम विपरीत हालात का सामना करते हुए बसपा को मिलने वाले समर्थन के लिए जनता का शुक्रिया अदा किया। मायावती ने भाजपा पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जो भी दावा कर ले, वास्तविकता यह है कि ओबीसी आरक्षण, महिला सीटों के आरक्षण समेत शुरू से लेकर अंत तक इस चुनाव को भी हर तरह से मैनेज व मैनुपुलेट किया गया। चुनाव यदि ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से होता तो परिणाम की तस्वीर कुछ और ही होती। मायावती ने सपा पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि नकारात्मक राजनीति को भी लोगों ने पसंद नहीं किया। आगरा व सहारनपुर के मेयर चुनाव में बसपा के खिलाफ घिनौना षडयंत्र कर हराया गया।
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