
गाजा सिटीः गाजा में इजरायल और फिलीस्तीनी आतंकवादियों के बीच जारी हिंसा को खत्म करने के मकसद से संघर्ष विराम लागू किया गया है। इस हिंसा में फिलीस्तीन के कई नागरिक मारे गए और हजारों इजरायलियों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। मिस्र की मध्यस्थता के बाद संघर्ष विराम लागू हुआ। संघर्ष विराम शुरू होने से कुछ मिनट पहले तक इजरायल ने हवाई हमले किए। इजरायल ने कहा कि अगर संघर्ष विराम का उल्लंघन होता है, तो वह इस पर ‘‘कड़ी प्रतिक्रिया’’ देगा। इजरायल ने गाजा में शुक्रवार को हमले शुरू किए थे, जबकि ईरान समर्थित फिलीस्तीनी जिहाद आतंकवादी समूह ने इसके जवाब में इजरायल में सैकड़ों रॉकेट दागे।
गाजा पर शासन करने वाला उग्रवादी समूह हमास इस संघर्ष से किनारा करता दिखाई दिया। इजरायल ने शुक्रवार को इस्लामिक जिहाद के एक नेता को मार गिराया था तथा शनिवार को दूसरे प्रमुख नेता को निशाना बनाया। इस्लामिक जिहाद का दूसरा कमांडर खालिद मंसूर दक्षिण गाजा में राफाह शरणार्थी शिविर में हवाई हमले में मारा गया। गाजा पट्टी में रविवार को उसका अंतिम संस्कार शुरू होने पर इजरायली मंत्रालय ने कहा कि वह ‘‘इस्लामिक जिहाद की संदिग्ध रॉकेट प्रक्षेपण चैकियों’’ पर हमला कर रहा है। इजरायली सेना ने कहा कि शनिवार देर रात फिलीस्तीनी आतंकवादियों द्वारा दागा गया रॉकेट उत्तरी गाजा के जबालिया शहर में गिरा। इस दौरान बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई।
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रविवार को जेबालिया के इसी इलाके में एक घर पर प्रक्षेपास्त्र गिरा, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। फिलीस्तीन ने इजरायल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। इजराइल का कहना है कि वह यह जांच कर रहा है कि क्या निशाना चूकने की वजह से रॉकेट इस इलाके में गिरा। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि गाजा से दागे गए मोर्टार इजरायल में एरेज सीमा चैकी पर गिरे। इसका इस्तेमाल हजारों गाजा निवासी रोज करते हैं। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल और गाजा स्थित आतंकवादियों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया है। इजरायल के प्रधानमंत्री यायर लैपिड के कार्यालय ने संघर्ष विराम की पुष्टि की है।
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