
भोपालः मप्र कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ की प्रदेश स्तरीय बैठक शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सम्पन्न हुई। इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, अरूण यादव, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं अध्यक्षता प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भगवानसिंह यादव शामिल हुए। बैठक में वर्तमान में प्रकोष्ठ द्वारा संचालित किए जा रहे कार्यों का विवरण दिया गया एवं प्रदेश स्तर पर कार्यकारिणी का शीघ्र गठन करने के कार्य को अंतिम रूप देने का निर्णय लिया गया। प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों से जिला स्तर पर सहकारिता प्रकोष्ठ के लिए अध्यक्ष के नामों की अनुशंसा लेने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, विधायक, विधायक प्रत्याशी एवं जिले के प्रभारी से नाम ले कर शीघ्र ही जिला स्तर पर प्रकोष्ठ का गठन कर सहकारिता के कार्यों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।बैठक में राजेन्द्र सिंह भदौरिया सीधी द्वारा एक राजनैतिक प्रस्ताव रखा गया, जो सर्वसम्मति से पारित हुआ।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ‘‘मध्यप्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार के फासिस्टवादी सोच के कारण सहकारिता के क्षेत्र को समाप्त करने का जो षड़यंत्र रचा जा रहा ,है जिससे सहकारिता को धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी जनहित में चिंतित है कि सहकारिता के क्षेत्र को राजनैतिक षडयंत्र से दूर कर सहकारिता आंदोलन को पुन: तेज गति से संचालित करते हुए भाजपा द्वारा सहकारिता को समाप्त करने के मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देंगे।’’
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कमलनाथ द्वारा सहकारिता क्षेत्र में कार्यरत सभी नेताओं को एकजुट होकर भाजपा की सहकारिता विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करने एवं संगठन को चुनावी स्तर पर मजबूत बनाने का आव्हान किया। साथ ही उन्होंने प्रदेश के सभी कांग्रेस के पूर्व विधायकों एवं वर्तमान जिला अध्यक्षों की बैठक आयोजित कराए जाने का भी सुझाव दिया। उन्होंने उनके द्वारा सभी जिला अध्यक्षों को मध्य प्रदेश कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ को जिला स्तर पर गठित करने के लिए जिलाध्यक्षों के लिए नाम अनुशासित कर प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह यादव को भेजे जाने के लिए उनकी और से पत्र भेजने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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