प्रदेश छत्तीसगढ़

निगम में बजट पेश नहीं करने से भाजपाई आक्रोशित, परिसर में किया प्रदर्शन

BJP angry over not presenting the budget in the corporation
  BJP angry over not presenting the budget in the corporation   धमतरी: धमतरी नगर निगम में 11 अप्रैल को सामान्य सभा की बैठक में पेश होने वाले बजट को छोड़कर बीच में उठकर चले जाने से व इसके बाद 17 अप्रैल को आयोजित बैठक को बिना सूचना दिए स्थगित किए जाने के मामले को लेकर भाजपाई पार्षदों और भाजपा संगठन के नेताओं ने चार घंटे तक निगम कार्यालय के सामने व सभाहाल में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। आक्रोशित भाजपाईयों ने सोमवार को नगर निगम कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की। भाजपाईयों ने कहा कि बजट किसी भी नगरीय निकाय के विकास का आईना होता है। बहुमत के अभाव में बजट प्रस्ताव गिरने की आशंका से बिना बजट पेश किए महापौर उठकर चले गए। निश्चित समय में बजट पेश न होना नगर की जनता के साथ किया गया छलावा है। ऐसी स्थिति में महापौर को तत्काल त्यागपत्र दे देना चाहिए। निगम में शांति व्यवस्था बनाने के उददेश्य से ननि कार्यालय में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात था। जानकारी के अनुसार नगर निगम में 11 अप्रैल को बजट बैठक स्थगित होने के बाद 17 अप्रैल को सभापति अनुराग मसीह ने बैठक रखी थी। बाद में वह भी स्थगित हो गई। पार्षदों तक लिखित में कोई पत्र नहीं पहुंचा। 17 अप्रैल सोमवार को भाजपाई पार्षद, सभापति द्वारा निर्धारित तिथि को सही मानते हुए निगम के सभाहाल में पोस्टर लेकर पहुंचे। जहां महापौर विजय देवांगन और सभापति अनुराग मसीह के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर घंटी भी बजाई गई। नेता प्रतिपक्ष नरेन्द्र रोहरा ने कहा कि महापौर विपक्ष के पार्षदों पर हंगामा खड़ा करने का आरोप लगाते हैं। जबकि उनके ही पार्टी के पार्षद अनुपस्थित थे। संख्या कम होने के कारण बैठक से उठकर चले गए। हम चाहते हैं कि महापौर पर कार्रवाई तय हो 17 तारीख को बैठक बुलाकर वे स्वयं नहीं पहुंचे हैं। सत्तासीन कांग्रेस द्वारा शहर के विकास के लिए लाये जाने वाले बजट को पटल में नहीं रखा गया। इस तरह विकास में बाधा पहुंचाई जा रही है। पूर्व सभापति एवं पार्षद राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि नगर निगम में सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। सत्तासीन के पास धमतरी विकास का कोई विजन नहीं है। नियमतः 31 मार्च तक बजट प्रस्तुत हो जाना चाहिए। जब 11 अप्रैल को बैठक रखी गई थी तो उनके चार पार्षद गायब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि नियमत: दूसरे दिन बैठक बुला लेनी चाहिए। छठवें दिन बैठक बुलाने के बाद भी वे गायब हैं। भाजपाई पार्षदों ने सभाहाल में निगम के पोर्च में बैठकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा निगम के बाहर गार्डन के पास भाजपाईयों ने टेंट लगाकर चार घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल भाजपा जिलाध्यक्ष शशी पवार ने कहा कि बजट छोड़कर भागने वाले महापौर को इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस सत्ता पर तो आ गई है लेकिन एक निगम को भी नहीं चला पा रही है। हर वार्ड में जाकर महापौर की कमियों को उजागर किया जाएगा। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामू रोहरा ने कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नियमतः बजट बैठक होनी चाहिए थी। जिस प्रकार कांग्रेस ने अपने ही नेताओं को लिखित नोटिस दी है इससे स्पष्ट है है कि बगावत की स्थिति है। सभा को अन्य भाजपाईयों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महामंत्री पार्षद विजय मोटवानी, श्यामा साहू, अन्जू देशलहरे, प्रकाश सिन्हा, हेमंत बंजारे, बिसन निषाद, धनीराम सोनकर, दीपक गजेन्द्र, सुशीला तिवारी, नीलू डागा, रश्मि त्रिवेदी, सरिता असाई, मिथलेश सिन्हा, प्राची सोनी, ईश्वर सोनकर, रितेश नेताम, प्रकाश शर्मा, वेदराम मारकंडे, महेन्द्र पंडित, चेतन हिन्दूजा, महेन्द्र खंडेलवाल, सरला जैन, विधिका विश्वास, सुमीता पंजवानी, नम्रता पवार, दमयंती गजेन्द्र, सरिता यादव, अवनेन्द्र साहू, अशोक सिन्हा, विजय ठाकुर, आमना सोना, संगीता जगताप, विजय साहू, रेशमा शेख, नीलेश लुनिया, रितिका यादव, अभिषेक शर्मा, पवित्रा दीवान, भागवत यादव, आशीष शर्मा, सूरज शर्मा, चिराग, प्रकाश साहू, मोनिका देवांगन, चंद्रकला पटेल, कुलेश सोनी, पवन गजपाल,आकाश पांडे, विनय जैन, वेदप्रकाश साहू व अन्य मौजूद थे। यह भी पढ़ेंः-Excise policy: मनीष सिसोदिया को कोर्ट से नहीं मिली राहत, 14... बैठक स्थगन का नोटिस चस्पा किया गया आयुक्त विनय पोयाम ने कहा कि सामान्य सभा की बैठक स्थगित होने की सूचना नोटिस बोर्ड में चिपकाया गया था। स्थगित बैठक पर पर्सनल पत्र भेजने की जरूरत नहीं होती। जो बैठक में अनुपस्थित रहते हैं उन्हें ही सूचना भेजा जाता है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)