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बिप्लब देव बोले- किसान आंदोलन के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं वामपंथी

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अगरतलाः त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव ने बुधवार को वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर कम्युनिस्ट किसानों को गलत बात समझा रहे हैं। अपने स्वार्थ के लिए भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि त्रिपुरा में किसानों के हित के नाम पर केवल जुलूस निकाला जाता था।

भाजपा के किसान समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सम्मेलन में हजारों की तादात में लोगों का आना यह प्रमाणित करता है कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। बिप्लब देब ने निशाना साधते हुए कहा कि कम्युनिस्टों ने त्रिपुरा के किसानों को 25 साल लगातार आगे बढ़ने नहीं दिया लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद त्रिपुरा के किसान स्वाभिमानी हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि आज किसान आंदोलन के नाम पर कम्युनिस्ट लोगों को गलत पाठ पढ़ा रहे हैं। सच तो यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों के हित में कानून बनाए हैं। हालांकि, उस कानून की गलत व्याख्या की जा रही है।

उन्होंने पूर्व की वामपंथी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछली सरकार ने आंदोलन के नाम पर त्रिपुरा में किसानों को लंबी लाइन में खड़ा कर दिया था। उनके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू नहीं किया। उन्होंने कटाक्ष किया, पहले किसानों से धान खरीदने थे और भुगतान बाद में मिलता था। लेकिन, अब किसानों का कहना है, पहले पैसा दो तब धान मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में हजारों किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसान सम्मान निधि योजना से प्रति वर्ष 6,000 रुपये मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्टों की 25 वर्षों में कृषि की विकास दर 6.4 प्रतिशत थी। भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद ढाई साल में इसमें वृद्धि होकर विकास दर 13.5 फीसद हो गयी है। हमारी सरकार किसान हितैषी है।