मध्य प्रदेश फीचर्ड टॉप न्यूज़

सतपुड़ा भवन लगी भीषण आग के बाद सियासी लपटें तेज, साजिश या हादसा ? 12 हजार फाइलें जलकर खाक

bhopal-satpura-building-fire
bhopal-satpura-building-fire Bhopal Satpura building fire: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंत्रालय के पास स्थित सचिवालय (सतपुड़ा भवन) बीते 14 घंटों से आग की लपटों से घिरा रहा। यहां सोमवार की शाम करीब 4:00 बजे लगी भीषण आग पर मंगलवार को सुबह तक भी काबू नहीं पाया जा सका । इस आग में सतपुड़ा भवन (Satpura building fire) की तीसरी से छठवीं मंजिल तक रखी 12 हजार से ज्यादा सरकारी फाइलें जलकर राख हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं। प्रशासन का दावा है कि स्थिति काबू में है। आग पूरी तरह बुझा ली गई है। इससे पहले 2018 में सतपुड़ा भवन में आग लगी थी।

आग पर काबू पाने के लिए करीब 300 टैंकर मौजूद

बता दें कि सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल पर सोमवार शाम को अचानक आग लग गई थी, जो तेजी से फैसली हुई छठवीं मंजिल तक पहुंच गई थी। नगर निगम, पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू करने में मंगलवार सुबह पांच बजे कुछ हद तक सफल हुई, लेकिन आग को पूरी तरह नहीं बुझा पाई। सुबह छह बजे सतपुड़ा भवन के पश्चिमी ब्लॉक के पिछले टावर से रुक-रुक कर आग की लपटें उठ रही थीं। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवीं और छठी मंजिल पर लगी आग को बुझाने के लिए लगातार पानी डाले जाने के बाद भी धुएं का गुबार उठता रहा। दमकल की करीब 50 गाड़ियां, करीब 300 पानी के टैंकर मौके पर मौजूद हैं। ये भी पढ़ें..नाटो के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास शुरू, आसमान में गरज रहे 250 लड़ाकू विमान सरकार का अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी और एसी कंप्रेसर में विस्फोट के कारण फैल गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेशर्स में ब्लास्ट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने आग लगने के कारणों की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। bhopal-satpura-building-fire

इस अग्रिकांड पर सियासत शुरु

इस अग्निकांड (Satpura building fire) के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी है। इस घटना को लेकर बताया जा रहा है कि आग बुझाने की कोशिशें नाकाम होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से एयरफोर्स की मदद के लिए कहा था। रात में ही एएन-32 विमान और एमआई-15 हेलिकॉप्टर आने वाले थे, लेकिन मंगलवार सुबह तक नहीं आ सके। मुख्यमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन पर सभी कुछ बताया है। भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि आग ऊपरी मंजिलों में थी और ज्वलनशील पदार्थ था, इसलिए इतना समय लगा। अभी तक स्थिति नियंत्रण में नजर आ रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही आग पर पूरी तरह काबू पा लिया जाएगा। भोपाल के पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)