फीचर्ड संपादकीय

रोमांच की दुनिया में सैर को रहिए तैयार, दिखेगा मोटो जीपी का जलवा

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दुनिया में खेलों के प्रति दिलचस्पी रखने वालों के लिए हर साल कई तरह के आयोजन होते रहते हैं। ओलंपिक, एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स ऐसी प्रतियोगिताएं हैं, जिनमें विश्व भर के खिलाड़ी अपना जलवा दिखाने को बेताब रहते हैं। इन्हें देखने के लिए स्टेडियम खचाखच भरे होते हैं। लाखों-करोड़ों लोग घर बैठे टीवी पर इनका लुत्फ उठाते हैं। खेलों में जब तक रोमांच अथवा थ्रिल न हो तो फिर खेल कैसा ? यह मनोरंजन का एक बड़ा माध्यम तो है ही, आपको रोमांच के संसार से भी परिचित कराता है। खेलों के तमाम इवेंट्स दर्शकों को उमंग एवं उल्लास से भर देते हैं। मोटर रेस या बाइक रेसिंग भी एक ऐसा ही खेल है, जिसमें रफ्तार के सौदागर अपना हुनर प्रदर्शित करते हैं। बाइक रेसिंग देखने के शौकीनों के लिए उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में 22 से 24 सितम्बर तक मोटो जीपी का आयोजन होने जा रहा है। करीब दस साल के इंतजार के बाद रेसिंग स्पोर्ट्स एक बार फिर ग्रेटर नोएडा वापस लौटा है। इसके लिए टिकटों की बुकिंग आरंभ हो चुकी है। देश से फॉर्मूला वन रेस 2013 में बंद कर दिया गया था। इसके बाद मोटो जीपी पहला बड़ा मोटर स्पोर्ट्स इवेंट है, जो ग्रेटर नोएडा स्थित ‘बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट’ में आयोजित किया जाएगा। यह दुनिया में मोटरसाइकिल रेसिंग का सबसे ख्याति वाला प्रारूप है, जो कि नान स्टाॅप रेस है। आरंभ होने के बाद इसमें कहीं ठहराव की गुंजाइश नहीं रहेगी। यदि किसी प्रतियोगी ने इसमें भाग लिया है, तो उसे बीच में रुकने की इजाजत नहीं मिलेगी। ऐसे में आप सोच सकते हैं कि यह रेस कितनी तेज गति से आगे बढ़ेगी। तीन दिन का यह इवेंट पूरी तरह ‘पैसा वसूल’ रहने वाला है। यह दुनिया का पांचवां सबसे लोकप्रिय खेल भी है। भारत में पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है। इसे भारत मोटो जीपी 2023 नाम दिया गया है। इसके लिए कई तरह के टिकटों की बिक्री की जाती है। जिसमें प्री रजिस्टर्ड को पहले ही ओपन कर दिया गया था। अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिहाज से भी यह इवेंट देश के लिए लाभकारी है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे हमारे युवाओं को काम मिलेगा। एक अहम बात यह कि मोटो जीपी रेस दुनिया में मेजबान उत्तर प्रदेश का नाम और रोशन करेगी।

फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स करा रही है यह रेस

be-ready-for-a-ride-in-the-world-of-adventure-moto-gp ‘फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स’ उस प्रमोटर कंपनी का नाम है, जो मोटो जीपी रेस करवा रही है। उसने राज्य सरकार से इस आयोजन के लिए 51 करोड़ रुपए की मांग की है। मेंटीनेंस और ट्रैक में बदलाव के लिए 18 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। इसके अलावा इस कंपनी ने 18 करोड़ के जीएसटी शुल्क में छूट देने की मांग भी रखी है। कंपनी ने राज्य सरकार को जो विस्तृत प्रस्ताव भेजा है, उसमें कहा गया है कि 110 करोड़ तो लाइसेंस फीस के रूप में खर्च हो जाएगा। एक और खास बात यह कि विदेशी मीडिया के 110 चैनल प्रसारण के लिए आने वाले हैं। भारत में होने वाला यह 13वां और विश्व में होने वाला 5वां इवेंट होगा। इस प्रतियोगिता को दुनिया के सर्वाधिक लोग देखेंगे। यही वजह है कि प्रसारण कंपनियां भी इसमें काफी रुचि ले रही हैं। यह इवेंट फॉर्मूला वन रेसिंग ट्रैक पर कराया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कुछ छोटे-मोटे बदलाव के साथ बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। इस पर लगभग 05 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यहां एक लाख दर्शकों के बैठने की क्षमता है। इस रोमांचकारी प्रतियोगिता में कुल 45 टीमों के 116 बाइक राइडर्स तेज रफ्तार का जलवा दिखाएंगे। ये रेसिंग ट्रैक पर 360 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अपनी सुपर बाइक दौड़ाते हुए दिखेंगे। साल 2023 में विश्व भर में 21 ग्रांड प्रिक्स रेस होंगी। इस सीजन में भारत को भी इसके लिए एक वेन्यू के रूप में चुना गया है। नोएडा के बुद्ध इंटरनेशल सर्किट जहां यह आयोजन होगा, में पांच किलोमीटर लंबा ट्रैक है। इस ट्रैक की चैड़ाई 12 मीटर है। इसमें 16 कॉर्नर्स हैं। भारत दुनिया में दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाजार है। यह भी एक वजह है कि देश में इस विश्वस्तरीय रेसिंग प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। इससे निश्चित रूप से दोपहिया वाहन निर्माताओं को बल मिलेगा। इस सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं भी दिख रही हैं। भारत में पहली बार आयोजित हो रही मोटो जीपी के लिए टिकटों की बिक्री 22 जून 2023 को आरंभ हो गई है। इस दिन लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर इस रेस के पहले टिकट का अनावरण किया। आयोजकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करके इसका पहला टिकट उन्हें सौंपा। सीएम योगी ने कहा कि इस प्रतियोगिता का सफल संचालन वैश्विक स्तर पर ‘ब्रांड उत्तर प्रदेश’ को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि इस ग्लोबल इवेंट को लेकर लोगों में उत्सुकता रहती है। इस साल यूरोप के बाहर पहली बार उप्र में मोटो ई-रेस का भी आयोजन किया जाएगा। सीएम ने कहा कि मोटो जीपी के कुल सदस्य देशों में 12 देश जी-20 के भी सदस्य हैं। उन्होंने आयोजकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में इस्तेमाल होने वाली बाइक में 30 प्रतिशत एथेनाॅल का प्रयोग करना सराहनीय कदम है। अनावरण के साथ ही ‘बुक माई शो’ पोर्टल पर टिकटों की बिक्री शुरू हो गई है। आयोजक कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स के सीईओ पुष्कर नाथ श्रीवास्तव के मुताबिक अब तक 40 हजार टिकट बिक चुके हैं। सबसे कम कीमत का टिकट 800 और सबसे अधिक कीमत का टिकट 40 हजार रुपए का है। इसके अलावा डेढ़ लाख से दो लाख के टिकट ऑनलाइन माध्यम से बेचे जाएंगे। इस बिग इवेंट के प्रति युवाओं में जबर्दस्त रूझान दिख रहा है। एक ही टिकट तीनों दिन के लिए मान्य होगा।

सात साल का समझौता, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

be-ready-for-a-ride-in-the-world-of-adventure-moto-gp बाइक रेसिंग के दीवानों के लिए अच्छी खबर यह है कि अगले सात सालों तक बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर इस तरह का इवेंट होता रहेगा। यमंुना अथाॅरिटी ने इसके लिए पहल की है। इस बारे में भारतीय आयोजक कंपनी फेयर स्ट्रीट स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मोटो जीपी की लाइसेंस धारक डोरना स्पोर्ट्स के बीच समझौता हो गया है। भारत पहली बार दुनिया की सबसे तेज प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। यह आर्थिक लिहाज से भी हमारे लिए बहुत उपयोगी है। इस दौरान लगभग 1,000 करोड़ रुपए की आर्थिक गतिविधि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इससे रोजगार के अनेक अवसर सृजित होंगे। इसके आयोजन और लाॅजिस्टिक्स का जिम्मा अपने देश के लोग ही संभालेंगे। चूंकि, आयोजन स्थल उप्र में है इसलिए इस प्रदेश के हजारों युवाओं को काम मिलेगा। दर्शकों के मनोरंजन के लिए कई तरह के कार्यक्रम होंगे। फूड पैवेलियन से लेकर रंगारंग संगीत का आयोजन होगा। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़ी तमाम कंपनियों की मौजूदगी भी रहेगी। इनके लिए अलग से स्टॉल बनाए जाएंगे। आयोजन स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। चूंकि, उस दौरान वीआईपी मूवमेंट बहुत रहेगा इसलिए पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया है। इस प्रतियोगिता का सफल आयोजन उप्र सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। भीड़ को संभालना और वीआईपी सुरक्षा का प्रबंध आदि काम जिला प्रशासन के लिए अग्निपरीक्षा की तरह होंगे। यह भी पढ़ेंः-कैसा है 370 की समाप्ति के बाद का कश्मीर

भारत कई स्पर्धाओं की कर रहा मेजबानी

भारत इस साल कई खेल प्रतियोगिताओं का मेजबान रहा है। इससे यह भी साबित होता है कि दुनिया की नजर भारत पर है। जनवरी में भुवनेश्वर और राउरकेला में हॉकी विश्व कप का आयोजन हो चुका है। 21 जून से 04 जुलाई तक सैफ यानी साउथ एशियन फुटबाल फेडरेशन चैम्पियनशिप का आयोजन बेंगलुरू में हुआ। भारत इसमें नौंवी बार चैम्पियन बना। वैसे तो फुटबाल में विश्व स्तर पर भारत की कोई गिनती नहीं है, लेकिन इस प्रतियोगिता को जीतकर हमारे खिलाड़ियों ने देशवासियों को थोड़ी खुशी दी है। 04 जुलाई को बेंगलुरू के कांतीरवा स्टेडियम में 26,000 से अधिक दर्शकों की मौजूदगी में भारतीय टीम ने यह खिताब जीता। सांस रोक देने वाले फाइनल में भारत ने कुवैत को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर नौंवी बार चैम्पियन बन गया। फुटबाल प्रेमियों को खुशी है कि भारत ने कोई खिताब जीता है। भारत के कप्तान 38 वर्षीय सुनील छेत्री ने इस टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस जीत को मणिपुर की जनता को समर्पित करते हुए कहा है कि ‘वहां जो कुछ हो रहा है, उसे देखकर मुझे दुख होता है। उम्मीद है कि मणिपुर एकजुट होकर इस जीत का जश्न मनाएगा।’ दो महीने बाद अक्टूबर-नवंबर में भारत में वनडे क्रिकेट का विश्व कप होगा। टीम इंडिया ने 2011 में घरेलू मैदान पर धोनी की कप्तानी में विश्व कप जीता था। इस बार देखना है कि इतिहास दोहराया जाता है या नहीं। विश्व की सभी दस टीमें भारत भूमि पर होने वाले इस मुकाबले की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही हैं। आदर्श प्रकाश सिंह