प्रदेश उत्तर प्रदेश फीचर्ड

हल्की बारिश के बीच मस्जिदों में अदा की गयी बकरीद की नमाज, राज्यपाल-मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं

Muslims offer prayers during the Eid al-Adha festival

लखनऊः कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश में बुधवार को ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का पर्व मनाया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की बारिश के बीच ईदगाहों और चुनिंदा मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की गई। कोरोना संक्रमण की बंदिशों के कारण ज्यादातर लोगों ने घर पर ही नमाज पढ़ी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने त्यौहार पर शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-अजहा (बकरीद) की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बधाई संदेश में कहा कि ये त्याग और बलिदान के प्रति आदर व्यक्त करने वाला पर्व है। ऐसे पर्वों के माध्यम से सभी को खुशियां बांटने की प्रेरणा लेनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-अजहा के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-अजहा का त्यौहार सभी को मिल-जुल कर रहने तथा सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की प्रेरणा प्रदान करता है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के संक्रमण के चलते लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही नमाज पढ़ने और ईद-उल-अजहा मनाने की अपील की है। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पर्व की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को दिली मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा कि बकरीद इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का प्रमुख त्योहार है। इस दिन को आपसी सौहार्द व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाना चाहिए।

यह भी पढ़ेंःआतंकियों ने पुलिसकर्मी के घर में घुसकर किया हमला, पत्नी व बेटी घायल

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुस्लिम भाईयों को बधाई देते हुए कहा कि यह त्योहार सद्भाव-सहयोग-समर्पण, त्याग और बलिदान का भी संदेश देता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि कोरोना महामारी की वजह से सभी शारीरिक दूरी रखते हुए इसके संक्रमण से बचने के उपाय अपनाएंगे। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी ईद-उल-अजहा की सभी को दिली मुबारकबाद व शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि सभी अपने परिवार और पड़ोसी की सुरक्षा व भलाई के लिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों का सही से पालन करते हुए बिना भीड़भाड़ के ईद मनाएं तो यह बेहतर होगा। वैसे कोरोना से बचाव व इसकी रोकथाम के मामले में देर से ही सही माननीय न्यायालयों के उठाए गए कदम सराहनीय हैं। अब सभी सरकारें भी कोरोना के मामले में अति गंभीर होकर जनता की भलाई का पूरा ध्यान रखें और जनता भी कोरोना टीका जरूर लगवाएं।